राजगंज/झारखंड। गढ़े खजाने (hidden treasure) के लिए पिछले पांच दिन से खुदाई (excavation for hiddin treasure in Jharkhand) की जा रही है। मामला झारखंड के गंगापुर का है। गंगापुर (gangapur) में रानीबांध तालाब के पास छिपे खजाने (hidden treasure) के लिए पिछले पांच दिन से खुदाई (excavation for hidden treasure for Jharkhand) की जा रही है। मजदूर उक्त जगह पर ऊपर तिरपाल डालकर भरे बारिश में खुदाई कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि गांव में कोलकाता से एक आदमी आया था उसने बताया कि गंगापुर (gangapur) के रानीबांध तालाब के पास जमीन के नीचे खुदाई करो, खजाना मिलेगा। खास बात यह है कि खुदाई करने वालों में से कोई व्यक्ति उस कोलकाता के उस व्यक्ति को नहीं जानता जिसके कहने पर खजाने के लिए खुदाई हो रही है। लेकिन उन्हें मजदूरी बराबर मिल रही है। खुदाई करने वाले मजदूरों में धनबाद के भी लोग शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट के मताबिक खुदाई के लिए जिला प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है।
बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति ने उक्त जगह पर खुदाई करने के लिए कहा है उसके पास मशीन थी। वह कुछ दिन पहले इलाके में आया था और अपनी मशीन से जांच कर बताया कि उक्त स्थान पर खुदाई करें यहां कीमती पत्थर मिलेंगे। लेकिन उसने यह शर्त भी रखी कि खुदाई में जेसीबी का इस्तेमाल बिल्कुल न हो। तब से खुदाई चालू हो गई।
निकल भी रहे…
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उक्त स्थान पर पुलिस भी पहुंची लेकिन उन्होंने मजदूरों को खुदाई करने से नहीं रोका। अब तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक उक्त स्थान से पत्थर भी निकल रहे हैं, लेकिन ये कीमती न होकर साधारण ही है। धनबाद के कई लोग गुप्त रूप से खुदाई की प्रगति देख मजदूरी का भुगतान कर रहे हैं।
ये बताया ग्रामीणों ने
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीणों ने बताया कि तीन माह पूर्व कोलकाता से एक व्यक्ति गांव आया था। वह लिलोरी मंदिर के आसपास जंगलों में घूमा। उसने ग्रामीणों को बताया कि रानी तालाब के पास अमूल्य वस्तु है। उसने कहा था कि एक चमकीला पत्थर यहां की जमीन में है। उस व्यक्ति के पास की मशीन रानी तालाब के पास पहुंचते ही आवाज करने लगी। उसका कहना था कि यहीं खजाना है। अब आलम ये है कि ग्रामीण उक्त जगह पर ऊपर तिरपाल डालकर बारिश में भी खुदाई कर रहे हैं।