रांची, नवप्रदेश। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को अपने तेवर साफ कर दिए। उन्होंने संकेत दिए कि वे केंद्रीय एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ED द्वारा भेजे गए समन को गंभीरता से नहीं लेते हैं।
इसी क्रम में अवैध खनन मामले में वे गुरुवार को ED के सामने पेश नहीं हुए। सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्रीय एजेंसी को चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो गिरफ्तार करके दिखाए।
बता दें कि अवैध खनन से जुड़े मामले में ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को गुरुवार 11.20 में ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए समन भेजा था।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के रांची में भारी जुटान के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने राज्य में कुछ बाहरी गैंग की पहचान की है जो राज्य के आदिवासियों को उनके पैरों पर खड़ा नहीं होने दे रहे हैं। हेमंत ने चुनौती देते हुए हुए कहा कि इस राज्य में झारखंडियों का शासन चलेगा बाहरी ताकतों का नहीं।
यहां 2 दिवसीय आदिवासी दिवस मनाया गया। आज छत्तीसगढ़ में आदिवासी महोत्सव है, लेकिन आज ही ED ने बुलाया है। हिम्मत है तो गिरफ्तार करो, सीधा गिरफ्तार करो, पूछताछ क्यों?
डराने का काम कर रहे हैं। ED और BJP ऑफिस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, लेकिन अभी तो कुछ किया भी नहीं है. आने वाले समय मे सिर छुपाने की जगह नहीं मिलेगी।
बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया हो जाएगा। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार के इशारे पर प्रवर्तन निदेशालय जबरन एक झारखण्डी मुख्यमंत्री को बदनाम कर रहा है। इस साजिश के खिलाफ झारखंड की जनता सड़क पर उतर आई
जेएमएम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा, उहापोह की स्थिति पैदा करने और सरकार को अस्थिर करने का बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा था। कई बार षड्यंत्रकारी प्रयास को कामयाब करने की कोशिश हुई,
लेकिन बार-बार मुंहकी खानी पड़ी। सरकार जनता का अधिकार उन तक पहुंचा रही है इसको लेकर विपक्ष में खलबली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, बड़ी विचित्र बात है देश में, भ्र्ष्टाचार को लेकर छाती पीट रहे हैं, लेकिन 20 साल तक सिर्फ शोषण किया है. किसान से लेकर मजदूर तक जवाब देंगे। जेएमएम आंदोलनकारी पार्टी है।
आदिवासी से लेकर पिछड़ों को बदनाम किया जा रहा है। ये सामंती सोच वाले लोग हैं। आज जब समाज बढ़ रहा है तो CBI और ED का सहारा लेते हैं।
जेएमएम नेता ने कहा, गैंग की पहचान हो चुकी है। यहां बाहरियों का नहीं, झारखंडियों का राज होगा। रोज इनकी सरकार बनती है, लेकिन सच यही है कि 4 उपचुनाव हार चुके हैं। इनका सूपड़ा साफ होगा।
गांव-गांव जाकर इसका संदेश दीजिये कि कैसे सरकार को बदनाम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इनको झंडा ढोने वाला नहीं मिलेगा।
अगर जनता का आशीर्वाद है तो कोई भी लड़ाई लड़ने को तैयार है. CBI और ED कितना स्वतंत्र है ये सबको पता है। बीजेपी में जाने वाला दूध का धुला हो जाता है और तप कर हम निकलेंगे. लड़ने की और ताकत मिलती है।
हेमंत सोरेन ने कहा, हम उपद्रव नहीं करते, पर जो अधिकार लेगा उसको छोड़ेंगे नहीं। राजनीतिक रोटी जल जाएगॉ। गुजरात में आदिवासी सीट बीजेपी को नहीं जाए, इसके लिये संभल जाइये। डबल इंजन सरकार का एक इंजन उतर गया है,
दूसरे की तैयारी है। 15 को स्थापना दिवस है और ये सरकार 5 साल पूरा करेगी. कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। गवर्नर का लिफाफा आज तक खुला नहीं. जब नीयत साफ हो तो ऊपरवाला साथ देता है। तैयार रहिए लड़ाई के लिए।