रांची, नवप्रदेश। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खतियानी जोहार यात्रा के दौरान सोमवार को भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राज्य में बीस वर्षों के बाद पहली बार आदिवासी-मूलवासी की सरकार बनी तो भाजपा के पेट में दर्द शुरू हो गया।
भाजपा के लोग सरकारी एजेसियों का दुरुपयोग कर सरकार को परेशान कर रहे हैं लेकिन सरकार डरने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री सोमवार को यहां खतियानी यात्रा के क्रम में सभा को संबोधित कर रहे (Hemant Soren Statement) थे।
बीजेपी पर लगाया नफरत फैलाने का आरोप
उन्होंने कहा कि भाजपा नफरत और दंगा फैलाने का काम करती है। दूसरी तरफ राज्य की गठबंधन सरकार प्यार और सौहार्द फैलाने का काम करती है। पिछले बीस वषों तक भाजपा ने ही राज्य में शासन किया।
लेकिन राज्य का विकास नहीं हुआ। अब बीस वषों के बाद पहली बार आदिवासियों-मूलवासियों की सरकार बनी है और परिणाम सबके सामने है।
उन्होंने रघुवर दास का नाम लिए बिना कहा कि झारखंड को छत्तीसगढ़ के लोगों ने चलाया इसलिए राज्य बर्बादी के कगार पर पहुंच गया। लेकिन अब पहली बार राज्य के सरकारी अधिकारी और कर्मी गांव और जंगलों में जाकर काम कर रहे (Hemant Soren Statement) है।
बीजेपी को सीएम ने आदिवासी विरोधी बताया
भाजपा को आदिवासी विरोधी बताते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती है कि सत्ता आदिवासियों के हाथ में रहे। उन्होंने कहा कि जब बंगाल को बंगाली, गुजरात को गुजराती, ओडिशा को ओडिया और महाराष्ट्र को मराठी चला सकते हैं तो झारखंड को झारखंडी क्यों नहीं चला सकते (Hemant Soren Statement) हैं।
उन्होने कहा कि झारखंड की लड़ाई लड़ने वाले लोगों के हाथ में राज्य चलाने की जिम्मेवारी मिली है। इस जिम्मेवारी को बेहतर तरीके से निभाया जा रहा है।
बीजेपी ने आदिवासी सीएम को काम नहीं करने दिया
सीएम ने कहा कि भाजपा आदिवासियो का भला नहीं चाहती। यहीं कारण है कि भाजपा के आदिवासी मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और अर्जुन मुंडा का कार्यकाल पूरा नहीं होने दिया। कार्यक्रम को श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने दिया। विधायक विक्सल कोंगाड़ी और भूषण तिर्की ने भी अपने विचार रखे।