रांची, नवप्रदेश। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren On Officers) इन दिनों सरकारी पदाधिकारियों से नाराज दिख रहे है। बात चाहे खतियानी जोहार यात्रा के दौरान समीक्षा बैठक में सीओ (CO) को सस्पेंड करने की हो या झारखंड मंत्रालय से वीसी (VC) के जरिये राज्य के DC/SP को निर्देशित करने की।
सीएम अब अधिकारियों की लापरवाही पर एक्शन के मूड में हैं। सीएम ने समय अवधि के अंदर विकास योजनाओं के निष्पादन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं।
दरअसल सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य के अधिकारियों को निदेशित किया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक हर हाल में पहुंचे यह सुनिश्चित (Hemant Soren On Officers) करें। जिन योजनाओं का शिलान्यास हुआ है उन योजनाओं के कार्यों में तेजी लाया जाए।
ऐसी योजनाओं का ससमय उद्घाटन हो इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न जिलों में पहुंचकर योजनाओं की समीक्षा कर रही है। आगे भी समीक्षाएं होती (Hemant Soren On Officers) रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने विभागीय सचिवों को निर्देश दिया कि वे भी अब शेड्यूल बनाकर जिलों में जाएं तथा संचालित योजनाओं की समीक्षा करें। जरूरत पड़ने पर विभागीय सचिव जिलों में जाकर औचक निरीक्षण भी करेंगे।
जन उपयोगी योजनाओं की समीक्षा मुख्य सचिव भी अपने स्तर पर निरंतर करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि यह इंप्लीमेंट का वर्ष है। हम सभी को ग्राउंड रियलिटी पर कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पोर्टल में डाटा एंट्री कर देने से लोगों को लाभ नहीं मिल जाता है बल्कि जमीनी स्तर पर क्या कार्य हो रहे हैं उस पर नजर रखने की आवश्यक है।
कई योजनाएं पोर्टल पर कुछ और दिखती हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है। रेवेन्यू जनरेट करने की जिम्मेदारी सरकार की है। रेवेन्यू जनरेट से संबंधित सभी कार्यों में तेजी लाएं।