रांची, नवप्रदेश। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सर्वजन पेंशन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, केसीसी, सूखा राहत योजना और मनरेगा सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं (ड्रीम प्रोजेक्ट्स) हैं
और इनके क्रियान्वयन में कोई कोताही तथा लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री सोरेन ने आज लोहरदगा के जिला परिषद में लोहरदगा एवं गुमला जिले में संचालित विकास और कल्याण से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा के दौरान
अधिकारियों को चेतावनी दी और कहा कि इन सभी योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को जोड़ने की दिशा में पूरी गति और ताकत के साथ कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने दोनों जिलों के अधिकारियों से इन सभी योजनाओं के तहत मिले आवेदनों के निष्पादन संबंधी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन के मामले में दोनों जिलों की स्थिति संतोषजनक नहीं है,
योजनाओं से लाभुकों को जोड़ने की गति काफी धीमी है, जबकि ये योजनायें सरकार की विशेष प्राथमिकताओं में शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि ‘‘आप जनता के प्रति जवाबदेह हैं। ऐसे में सजग होकर कार्य करें।
हमारी कोई मंशा नहीं है कि आपके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई हो। हमारी सरकार में आप को काम करने की पूरी छूट है। आप बिना किसी डर और भय के अपने दायित्वों का निर्वहन करें और आम जनता के उम्मीदों पर खरा उतरें।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘रोजगार के लिए अगर ग्रामीणों का पलायन हो रहा है। बच्चे-बच्चियां मानव तस्करी का शिकार हो रही हैं तो इसकी कहीं ना कहीं वजह ग्रामीणों और मजदूरों को प्रेरित नहीं कर पाना है।”