Editorial: इस साल देश के आधे राज्यों में अतिवृष्टि हुई है। सितंबर माह में इतनी भारी बारिश होने के कारण जम्मू कश्मीर पंजाब और हिमाचल प्रदेश में भारी क्षति हुई है। खासतौर पर पंजाब के किसानों की तो पूरी फसल ही बर्बाद हो गई है। प्राकृतिक आपदा पीडि़त पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों को हर संभव आर्थिक मदद मुहैया कराना निहायत जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ पीडि़त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और इसके बाद उन्होंने पंजाब के लिए सोलह सौ करोड़ रूपये अतिरिक्त वित्तीय सहायता करने की घोषणा की जो राज्य के पास पहले से मौजूद बारह सौ करोड़ रूपये के अतिरिक्त होगी। इसी तरह उन्होंने हिमाचल प्रदेश के लिए भी सहायता राशि स्वीकृत की है।
आपदा की इस घड़ी में देश के भाजपा शासित राज्यों ने भी इन आपदा पीडि़त प्रदेशों की मदद के लिए अपने हाथ आगे बढ़ायें है और नई दिल्ली सहित कई भाजपा शासित राज्यों ने इनके लिए पांच-पांच करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का ऐलान किया है। गैर भाजपा शासित राज्यों को भी इसका अनुकरण करना चाहिए और प्राकृतिक आपदा पीडि़त लोगों की मदद के लिए मुफ्त हस्त से सहायता प्रदान करनी चाहिए। इसके लिए स्वयंसेवी संगठनों को भी राहत व बचाव कार्यों के लिए आगे आना चाहिए।