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Healthcare Reform : छत्तीसगढ़ में खत्म हुई एनएचएम की हड़ताल…क्या पूरी हुई सभी 10 मांगें?…

Healthcare Reform

Healthcare Reform

Healthcare Reform : छत्तीसगढ़ में लंबे समय से चल रही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) (Healthcare Reform) कर्मचारियों की हड़ताल अब समाप्त हो गई है। शुक्रवार को एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर अपनी प्रमुख मांगों के पूर्ण होने पर आभार जताया और प्रदेशव्यापी हड़ताल वापस लेने का निर्णय सुनाया। कर्मचारियों ने जानकारी दी कि 20 सितंबर से प्रदेशभर में सभी एनएचएम कर्मचारी नियमित रूप से काम पर लौट जाएंगे।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कर्मचारियों के इस फैसले का स्वागत किया और इसे राज्यहित में उठाया गया सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि जनता का स्वास्थ्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में निरंतर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कर्मचारी सरकार के परिवार का हिस्सा है और उनकी जायज़ मांगों पर संवेदनशीलता से निर्णय लिया गया है।

चार मांगें हुईं पूरी, बाकी पर बनी समिति

जानकारी के अनुसार, एनएचएम कर्मचारियों की दस सूत्रीय मांगों में से चार को राज्य सरकार ने पूरा कर दिया है। तीन मांगों पर कार्यवाही के लिए समिति गठित कर दी गई है, जबकि संविलयन, पब्लिक हेल्थ केडर और आरक्षण संबंधी मुद्दों पर निर्णय भारत सरकार स्तर से लिया जाना है। संघ ने भरोसा जताया कि सरकार बाकी मांगों पर भी गंभीरता से काम करेगी।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने भी हड़ताल समाप्त होने पर प्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि राज्य का प्रत्येक कर्मचारी परिवार का सदस्य है और एनएचएम कर्मचारियों ने हड़ताल खत्म कर जनता के हित में बड़ा कदम उठाया है।

स्वास्थ्य सेवाओं में आएगी मजबूती

मुख्यमंत्री ने कहा कि एनएचएम कर्मचारियों के इस निर्णय से प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएँ (Healthcare Reform) और मजबूत होंगी। अस्पतालों में मरीजों को समय पर उपचार मिलेगा और प्राथमिक से लेकर जिला स्तर तक चिकित्सा सुविधाओं में तेजी आएगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कर्मचारियों और सरकार के संयुक्त प्रयास से छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा। मुख्यमंत्री निवास पर हुई इस बैठक में विधायक किरण देव और एनएचएम कर्मचारी संघ से डॉ. अमित मिरी, डॉ. रविशंकर दीक्षित, पूरन दास, कौशलेश तिवारी, हेमंत सिन्हा, दिनेश चंद्र, संतोष चंदेल, प्रफुल्ल पाल और डॉ. देवकांत चतुर्वेदी सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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