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Headache : सिरदर्द, दर्द का सम्बन्ध आंखों की कमजोरी, मितली और उल्टियां आने से भी..

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Headache

Headache: सिर की रक्तवाहिनी में विशेष प्रकार की संवेदना से यह दर्द प्रारम्भ होता है। यह रोग आनुत्रांशक भी हो सकता है यह दर्द सिर के एक भाग में होता है। इस दर्द का सम्बन्ध आंखों की कमजोरी, मितली और उल्टियां आने से भी है ।

आधे सिर के दर्द का उपचार

रात को सोते समय पैरों के तलवों में विशेषकर बीच के भाग में मालिश करने से अचानक होने वाला सिरदर्द (Headache) ठीक हो जाता है। अनेक रोगियों को सिरदर्द सूर्य के साथ घटता-बढ़ता रहता है। ऐसे रोगियों को यदि सूर्योदय से पूर्व गर्म दूध मे जलेबी मिलाकर खिलायी जाए तो लाभ होता है। 

सिर के जिस भाग में दर्द हो, पहले उस ओर को नथुने मे घी की चार बूंदें टपकानी चाहिए। गरम तथा ठण्डा करके किया हुआ सरसों का तेल भी उस ओर के नथुने में डालने अथवा सूंघने से दर्द दूर होता है। 

लौंग अथवा पुदीने को पीसकर दर्द वाली कनपटी पर लगाने से सिरदर्द में लाभ होता है। सिर, माथे अथवा कनपटी में सर्दी लगने से दर्द हो तो जायफल पीसकर लेप करने से लाभ होता। छाया में सुखाये गए तुलसी के पत्तों को मसलकर रोगी को सुंघाने से भी सिरदर्द में आराम मिलता है।

सिरदर्द (Headache) के रोगी नियमित रूप से प्रातःकाल देसी घी में कालीमिर्च व मिश्री मिलाकर खायें तो उन्हें लाभ होता है। इस रोग के लिए गाय का दूध और घी बहुत उपयोगी है। दही और खट्टे खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा कड़वे एवं मसालेदार भोजन भी इस रोग के लिए हानिकारक हैं।

तुलसी के पत्तों के चूर्ण में शहद मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से सिरदर्द में लाभ होता है। प्रातःकाल देसी घी हल्का गरम करें। जब सहन करने योग्य स्थिति में आ जाए तो रोगी को लिटाकर मुंह थोड़ा ऊंचा करें और साफ मेडिकेटिड रूई से दो-दो, चार-चार बूंदें उसकी नाक में टपकाएं।

रोगी को आराम मिलेगा। कुछ दिन ऐसा करने से यह रोग सदा के लिए समाप्त हो जाता है।  सिरदर्द अथवा आधा सीसी के दर्द में प्रायः लोग सिर पर पट्टी बांध लेते हैं। यदि पट्टी बांधने से पहले सिर की हल्की मालिश कर ली जाए तो काफी शान्ति मिलती है।

Note: यह उपाय इंटरनेट के माध्यम से संकलित हैं कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करके ही उपाय करें 

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