-अगर चुनाव आयोग सच में जिंदा है तो बीजेपी पर करे कार्रवाई
नई दिल्ली। Sanjay Raut and amit shah: लोकसभा चुनाव से पहले देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। कुछ दिनों बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है। मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार चरम पर है और सभी पार्टियां चुनावी मैदान में उतरती नजर आ रही हैं। इसमें बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मध्य प्रदेश में एक सभा को संबोधित करते हुए किए गए वादे की आलोचना की है। संजय राउत ने सीधे तौर पर पूछा है कि क्या बीजेपी रामलला की मालिक बन गई है।
मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा कि अमित शाह मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने पर नागरिकों को मुफ्त में रामलला के दर्शन कराने का वादा कर रहे हैं। बीजेपी की शुरुआत ये फ्री, वो फ्री से होती है। अब रामलला भी मुक्त हो गये। रामलला देश और पूरी दुनिया के हैं। हालांकि, वे रामलला का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि अगर मध्य प्रदेश के लोग भाजपा को हरा देंगे, तो क्या वे राम लला के दर्शन के लिए जाने वाले मध्य प्रदेश के नागरिकों को रोक देंगे।
क्या बीजेपी रामलला की मालिक बन गयी है?
चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी नेताओं द्वारा इस तरह के बयान दिये जा रहे हैं। क्या बीजेपी रामलला की मालिक बन गयी है? या रामलला ने बीजेपी को नियुक्त किया? यह बहुत ही गंभीर मुद्दा है। संजय राउत ने मांग की है कि अगर चुनाव आयोग सच में जिंदा है तो उन्हें इस मुद्दे पर बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
इस बीच देश में राजनीति चल रही है कि अगर आप बीजेपी को वोट देंगे तो आपको रामलला के दर्शन मुफ्त में मिलेंगे, नहीं तो पैसे देने होंगे। मोदी सरकार ने रामलला पर भी टैक्स लगाया। औरंगजेब के समय में धार्मिक वस्तुओं पर जजिया कर लगाया जाता था। अब बीजेपी ने रामलला पर टैक्स लगाया। संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।