गुजरात/नवप्रदेश। Gujarat Election : भारतीय जनता पार्टी में टिकट वितरण के बाद से ही असंतोष शुरू हो गया है। घोषित 166 में से 40 से अधिक सीटों पर विरोध के स्वर सुनाई देने लगे हैं। इन्हें थामने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने मोर्चा संभाल लिया है। विधानसभा चुनावों की रणनीति बनाने के लेने के लिए शाह अगले तीन दिन गुजरात में डटे रहेंगे। असंतुष्ट नेताओं के कारण होने वाले नुकसान और डैमेज कंट्रोल करने की रणनीति पर भी शाह ने काम शुरू कर दिया है।
सूत्रों की मानें तो, रविवार शाम को अमित शाह (Gujarat Election) ने प्रदेश भाजपा कार्यालय कमलम पर चार घंटे की एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में सीएम भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया समेत चार जोन के महामंत्री भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने नाराजगी वाली सभी सीटों पर एक-एक कर चर्चा की। बैठक में उन्होंने गुजरात भाजपा के नेताओं से दो टूक कहा, ‘नाराज सभी लोग पार्टी और परिवार के हैं। उन पर दबाव डालने के बदले समझा कर और प्रेम से काम लो। जो समझाने पर न माने तो उन्हें चौदहवां रत्न दिखने का दिल्ली से आदेश है। जब तक जरूरत न पड़े तब तक यह ब्रह्मास्त्र को मत छोड़ना।’
इन क्षेत्रों में मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं बागी
प्रदेश नेताओं की एक टीम असंतुष्ट नेताओं के साथ वन टू वन चर्चा करेगी। असंतुष्ट नेताओं को चुनाव में अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपे जाने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा जो लोग ज्यादा नाराज हैं,, ऐसे लोगों को संगठन या सरकारी निगमों के पद में एडजस्ट करने जैसे फॉर्मूले पर भी चर्चा हो सकती है। बताया जाता है कि पार्टी अगर नाराज नेताओं को मनाने में सफल नहीं होती है, तो ये नेता मध्य गुजरात की छह, सौराष्ट्र की सात और उत्तर गुजरात की सात सीटों पर पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
रविवार शाम को शाह की बैठक के बाद जाम नगर उत्तर की मौजूदा विधायक हकुभा जडेजा को जामनगर की तीन सीटों का प्रभारी बनाया गया है। जाम नगर नॉर्थ सीट से भाजपा ने रीवाबा जडेजा को टिकट दिया है। हकुभा जाडेजा टिकट न मिलने से खफा थे। इसलिए चर्चा है कि उन्हें प्रभारी बनाया गया है। इसके अलावा वडवान सीट से उम्मीदवार जिजना पंड्या के भी किसी और को टिकट देने की बजाय वडवान सीट से प्रत्याशी बदलने की संभावना है।
संघ-भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे शाह
गुजरात में उम्मीदवारों (Gujarat Election) की सूची की घोषणा के बाद भाजपा में कुछ सीटों पर बगावत के सुर उठने लगे थे। टिकट कटने से कई मौजूदा विधायक व उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं। बढ़ते विरोध के बीच रविवार को शाह गांधीनगर आ पहुंचे। मैराथन बैठक में अमित शाह ने, विरोध के स्वर को शांत करने, साथ ही किस सीट पर नाराजगी चल रही है, समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की। जानकारी के अनुसार, अगले तीन दिन शाह गुजरात में रहकर कैंपेन करेंगे। वे भाजपा और संघ के नेताओं के साथ भी एक बैठक करेंगे। प्रदेश की जिन सीटों पर ज्यादा असंतोष है। वहां की समीक्षा भी करेंगे।