GST Raipur Zonal Unit को बड़ी सफलता
रायपुर के मनोज तथा अभिषेक इंटरप्राइजेस के इन्वेस्टिगेशन में सामने आया मामला
रायपुर/नवप्रदेश। GST Raipu Zonal Unit : जीएसटी की रायपुर जोनल यूिनट को 257 करोड़ रुपए के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का पता चला है। इस फर्जीवाड़े को 1432 करोड़ के फेक इनवायस से अंजाम दिया गया। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि दो और लोगों की बिहार के सिवान से गिरफ्तारी होने की संभावना है। अजय पांडे, एडीजी, जीएसटी इंटेलिजेंस छत्तीसगढ़ तथा महेंद्र शर्मा, अतिरिक्त निदेशक, जीएसटी इंटेलिजेंसी छत्तीसगढ़ के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई।
257 करोड़ के फर्जी आईटीसी का यह मामला मेसर्स मनोज इंटरप्राइजेस और मेसर्स अभिषेक इंटरप्राइजेस रायपुर की जांच में सामने आया है। जांच में यह भी पता चला है कि इस फर्जीवाड़ में अंतरराज्यीय गैंग शािमल है।
जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उन्होंने अपनी कई फर्जी पहचान पत्र बना रखे थे। और धोखाधड़ी पूर्ण तरीके से 30 फर्जी यूिनट बना रखे थे जो छत्तीसगढ़, पुणे तथा मुंबई में स्थािपत उद्योगों को वस्तुओं की सप्लाई किए बिना ही बनावटी क्रेडिट का वितरण किया करते थे।
ऐेसे पहुंचे गिरोह तक :
इस गिरोह तक पहुंचने के लिए जीएसटी (gst raipur zonal unit) के रायपुर जोनल यूिनट ने कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सायबर फॉरेंसिक्स जैसे आईपी एड्रेस को ट्रैक किया गया। सीडीआर एनालिसिस किया गया। बैंक ट्रांजैक्शन तथा एटीएम के वीडिया फुटेज को खंगाला गया। और आखिरकार दो माह से फरार चल रहे इस फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंट को पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों को 14 दिन की हिरासत :
इनके नाम पारितोष कुमार सिंह उर्फ दिवाकर चौधरी तथा रवि कुमार तिवारी उर्फ बबलू मिश्रा उर्फ पिंटू तिवारी है। दोनों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्याियक हिरासत में भेज दिया गया। अन्य दो आरोपियों को पकडऩे के लिए अधिकारियों की टीम बिहार के लिए रवाना हो रही है। बोगस सप्लाई मुख्य रूप से महाराष्ट्र के एक्सपोर्टर्स को की गई जिसने इसके आधार पर फर्जी आईजीएसटी रिफंड क्लैम किया होगा। इस संबंध में आगे की पड़ताल के लए मुंबई जोनल यूिनट से बात की जा रही है।