नगर के सभी अच्छे कामों को बर्बाद करने का है महापौर का उद्देश्य- पांडे
रवि राज पटनायक
जगदलपुर/नवप्रदेश। Navpradesh Ground Report: भाजपा शासन काल में करोड़ों की लागत से बने तरणताल की हालत समय के साथ रख-रखाव के अभाव में जर्जर हो चली है। यहाँ, जनता से नियमित तौर पर घंटे के हिसाब से पैसे तो लिए जा रहे हैं लेकिन सुविधा के नाम पर गंदगी और बदबूदार और ब्लीचिंग पाउडर युक्त तैरने का पानी दिया जा रहा है। अपनी बदहाली को रोता तरणताल अब अपनी सफाई और मेंटेनेंस को लेकर व्यवस्थापकों को कोसता नजऱ आ रहा है।
नवप्रदेश की टीम जब बुधवार को तरणताल पहुंची तो यहाँ का नज़ारा बेहद दयनीय नजऱ आया। पहली ही नजऱ में यहाँ पर तैर रहे लोगों ने बताया कि पानी बिलकुल भी साफ़ नहीं है और इससे बेहद बदबू आ रही है, आँखों में जलन और खुजली होती है। ब्लीच युक्त पानी पूरी तरह से गन्दा हो चुका है, ऐसा लग रहा है मानो हफ़्तों से फि़ल्टर चलाया ही नहीं गया है। फि़ल्टर रूम की हालत भी बेहद खस्ता नजऱ आ रही थी।
कर्मचारियों से पूछने पर पता चला कि फि़ल्टर शुरू करने वाला कर्मी अवकाश पर है लेकिन वस्तुस्थिति बता रही थी की कई हफ़्तों से फि़ल्टर को शुरू ही नहीं किया गया है जिससे पानी की यह हालत है। आसपास पड़े ब्लीच के बोर, पॉलिथीन व अन्य गंदगी तरणताल की सुन्दरता को और खऱाब कर रहे थे। तरणताल के पास ही शावर वाले डांस फ्लोर की हालत बेहद ही खऱाब हो चुकी है।
जगह-जगह टूटी फ्लोर और आसपास की गंदगी, पास ही टंकी से ओवरफ्लो का रिसता पानी देखकर लग रहा था मानों शहर की जनता के पैसों को निगम ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। जबकि, मेंटेनेंस के नाम से ही जनता से घंटों और मासिक किराया के हिसाब से पैसे वसूल रही है। यह पैसा तरणताल कर्मियों के मानदेय और साफ़-सफाई के लिए लिया जा रहा है लेकिन ऐसा कुछ भी यहाँ देखने को नहीं मिला।
भाजपा भी नहीं बचा पायी तरणताल, बना शराबखोरों का अड्डा
यही नहीं, तरणताल परिसर अब शराबखोरों और असामाजिक तत्वों का अड्डा बन चुका है, जगह-जगह शराब की बोतलें और डिस्पोजल गिलास इसकी गवाही दे रहे हैं। सुध लेने अब तक किसी भी जिम्मेदार अफसर ने जहमत नहीं उठाई है, मानो जनता के पैसों से उन्हें कोई सरोकार ही नहीं है। भाजपा के नेताओं ने कुछ समय पूर्व सामान्य सभा सहित अन्य माध्यमों से इस मुद्दे को उठाने की कोशिश भी की थी लेकिन अपने ही कार्यकाल में बने तरणताल को बचाने में वे भी नाकाम साबित हुए और यह मामला धरा-का-धरा ही रह गया।
बच्चों को हो रही त्वचाजन्य बीमारियाँ
बच्चों के लिए यहीं बनाये गए पूल का पानी भी बेहद गन्दा हो चुका है। बताया जा रहा है कि यहाँ नहाने वाले बच्चों को त्वचाजन्य बीमारियाँ भी होने लगी है। यहाँ यह कहना लाजमी है कि शहर की सफाई का दावा करने वाली निगम सरकार करोड़ों की लागत से बने तरणताल को बचाने में नाकाम साबित हो रही है। इसी नाकामी की वजह से अब इस तरणताल को चौपाटी स्थित एक दुकान संचालक को 85 हज़ार मासिक किराये पर देने का भी विचार कर लिया गया है। इसे किराये पर देने के लिए कई बार टेंडर भी निकाला गया है।
निगम सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त, भाजपा कल देगी ज्ञापन – पांडे
नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे बताते हैं कि महापौर ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। पैसा भी कमा रहे हैं लेकिन सुविधा के नाम पर जनता को कुछ भी नहीं दे रहे हैं। जितने भी अच्छे काम नगर में हुए उन्हें बर्बाद करने के उद्देश्य से महापौर काम कर रहीं हैं। नेताजी सुभाष चंद्र के नाम के तरणताल को शराबियों का अड्डा बना दिया गया है। छ: में से एक ही फि़ल्टर चालू है। कुछ वर्ष पूर्व एक व्यक्ति डूब कर मर गया था, जिसके बाद सीसीटीवी लगाये गए थे, वे भी बंद पड़े हैं। कंप्यूटर सिस्टम गायब है। इन्ही सब बातों को लेकर आज ज्ञापन सौंपा जायेगा।