नई दिल्ली। सरकार (govt) ने मोबाइल फोन उत्पादन (Mobile phone production) में दुनिया (world) का शीर्ष देश (Make top country) बनाने के साथ ही इलेक्ट्रानिक उत्पादों एवं उसके कलपुर्जों के उत्पादन को गति देने के उद्देश्य से आज करीब 50 हजार करोड़ (50 thousand crores) रुपये की लागत से तीन नई योजनायें शुरू (Three new schemes started) करने की घोषणा की है।
इलेक्ट्रानिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा करते हुये कहा कि मेक इन इंडिया किसी दूसरे देश को पीछे छोडऩे के लिए नहीं बल्कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है।
उन्होंने कहा कि इसी के तहत इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों के विनिर्माण को पिछले छह वर्षों में गति मिली है और अभी भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन उत्पादक देश बन चुका है। देश को अगले कुछ वर्षों में दुनिया का शीर्ष देश बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
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श्री प्रसाद ने कहा कि इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों के विनिर्माण में आत्मनिर्भरता हासिल करने और इसके लिए देश में पांच वैश्विक और पांच राष्ट्रीय स्तर की कंपनियों का निर्माण करने के लिए करीब 50 हजार करोड़ रुपये की तीन नयी योजनायें जिसमें उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) इलेक्ट्रानिक कंपोनेंट एंड सेमीकंडक्टर्स (एसपीईसीएस) और मोडिफाइड इलेक्ट्रानिक्स विनिर्माण क्लस्टर स्कीम 2.0 (ईएमसी 2.0) शामिल है।