Government treasury emptied due to the fraud: खटाखट के चक्कर में हिमाचल प्रदेश का सरकारी खजाना सफाचट हो गया। पहली बार हिमाचल प्रदेश के लाखों सरकारी कर्मचारी और पेंशनर यह गाना नहीं गा पाए कि – खुश है जमाना आज पहली तारीख है…।
सुक्खू सरकार की तिजोरी सूखी पड़ी है। वहां के कर्मचारियों और पेंशनरों को कब भुगतान होगा इसका भी कोई ठिकाना नहीं है। बेचारे भूखे पेट भजन करने पर विवश हो गए हैं।
और बांटो मुफ्त की रेवड़ी और करो प्रदेश को दिवालिया। ऐसे बुड़बको के लिए ही कहा गया है कि – बिना विचारे जो करे वो पाछे पछताए काम बिगाड़े अपना जग में होत हंसाय।