Government Schools Condition : सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षण को आधुनिक स्वरूप देने और बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में कई योजनाएं लागू की गई हैं। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में हालात सुधरने की बजाय बिगड़ते जा रहे हैं।
डोंगरीपाली क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही
बरमकेला से 25 किमी दूर डोंगरीपाली क्षेत्र के कई सरकारी विद्यालयों में शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते।
स्कूल समय पर खुल जाते हैं, लेकिन शिक्षक अनुपस्थित(Government Schools Condition) मिलते हैं।
बच्चे क्लासरूम में अव्यवस्थित बैठे रहते हैं और बातचीत में समय व्यतीत करते हैं।
नियमित कक्षाएं न होने से छात्रों की पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है।
निरीक्षण की कमी भी बड़ी वजह
शिक्षा विभाग और अधिकारियों की ओर से नियमित निरीक्षण नहीं होने के कारण भी स्थिति नहीं सुधर रही। परिणामस्वरूप, सरकारी खर्च और योजनाओं के बावजूद शिक्षा का स्तर गिर रहा है।
बच्चे छोड़ रहे सरकारी स्कूल, प्राइवेट का विकल्प
ग्रामीण अंचल में कई अभिभावक अब अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों से हटाकर प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिला रहे हैं।
प्राइवेट स्कूलों में नियमित कक्षाएं संचालित(Government Schools Condition) होती हैं।
बच्चों को बेहतर अनुशासन और शिक्षा का वातावरण मिलता है।
इसी वजह से धीरे-धीरे सरकारी स्कूलों से छात्रों का रुझान कम हो रहा है।