-18 मई और 19 मई से मौसम की तीव्रता में कमी आ सकती है
पुणे। monsoon will enter andaman: वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून (मानसून) रविवार (19 मई) को अंडमान में प्रवेश करेगा। साथ ही यह भी अनुमान लगाया गया है कि 19 के बाद बारिश कम हो जाएगी।
मॉनसून की हलचल दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण अंडमान सागर (monsoon will enter andaman) में देखी जाती है। हर साल मॉनसून 19 मई के आसपास अंडमान में प्रवेश करता देखा जाता है। दक्षिण अंडमान सागर और निकोबार द्वीप समूह के ऊपर समुद्र तल से 1 से 1.5 किमी की ऊंचाई पर दक्षिण-पश्चिमी हवाओं और बारिश की उपस्थिति से मानसून के आगमन की सूचना मिलती है।
अगले दो से तीन दिनों में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और बंगाल की खाड़ी के कुछ अन्य हिस्सों में मानसून के आगे बढऩे की संभावना है। आगमन के लंबे समय को ध्यान में रखते हुए, मानसून आमतौर पर 21 मई तक अंडमान की राजधानी पोर्ट ब्लेयर तक पहुँच जाता है। उससे पहले यह दक्षिण अंडमान सागर में प्रवेश करती है। इस साल मानसून रविवार (19 तारीख) को अंडमान में प्रवेश करेगा।
अंडमान में मानसून का आगमन
- वर्ष मानसून का आगमन
- 2018— 25 मई
- 2019—18 मई
- 2020—17 मई
- 2021—21 मई
- 2022—16 मई
- 2023—19 मई
- 2024— 19 मई
19 मई के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून (monsoon will enter andaman) के देश के समुद्री क्षेत्र यानी बंगाल की खाड़ी, इंडोनेशिया के पश्चिमी तट और सुमात्रा द्वीप से टकराने की संभावना है। 1 जून की सटीक तारीख इस बात से निर्धारित होगी कि दक्षिण-पश्चिम मानसून, जो 1 जून की औसत तारीख पर देश के प्रवेश द्वार के पास यानी केरल राज्य के सिरे पर मौजूद है।
वास्तव में बंगाल की खाड़ी में कैसे आगे बढ़ता है। इसका मतलब है कि अभी भी तीन हफ्ते बाकी हैं। बेमौसम का माहौल शनिवार 18 मई तक जारी रहेगा और रविवार 19 मई से मौसम की तीव्रता में कमी आ सकती है। – माणिकराव खुले, आईएमडी के पूर्व प्रमुख