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Ghaziabad Police Station Murder : गवाही से पहले मौत…थाने के साये में चली गोलियां…फरियादी की हत्या से कांप उठा गाजियाबाद…

मुरादनगर, 20 जून। Ghaziabad Police Station Murder : गाजियाबाद के मुरादनगर थाने में एक ऐसा दृश्य सामने आया, जिसने पुलिस सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। एक फरियादी, जो अपनी जान बचाने की गुहार लेकर थाने पहुंचा था, उसे वहीं गोली मार दी गई — पुलिस की मौजूदगी में, पुलिस की आंखों के सामने।

घटना का क्रम: फायरिंग की शिकायत, फिर हत्या

घटना मिल्क रावली गांव के रवि शर्मा की है, जिनका आरोपियों से कार पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था। रात साढ़े आठ बजे आरोपियों ने रवि के घर पर दो गोलियां चलाईं, जिसकी शिकायत दर्ज कराने रवि अपने पिता के साथ थाने (Ghaziabad Police Station Murder)पहुंचे। इसी दौरान आरोपी मोंटी और अजय भी वहां पहुंचे, और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच बहस होने लगी।

बहस का अंत गोली से हुआ — मोंटी ने पिस्टल निकाली और रवि पर चार गोलियां चलाईं। एक गोली रवि की पीठ में लगी और सीने से निकल गई। अस्पताल पहुंचते ही रवि को मृत घोषित कर दिया गया।

पुलिस बना रही थी वीडियो, रोकने की बजाय तमाशबीन बनी रही

सबसे झकझोर देने वाली बात यह है कि घटना से ठीक पहले जब दोनों पक्षों में झड़प चल रही थी, वहां मौजूद पुलिसकर्मी वीडियो बना रहे (Ghaziabad Police Station Murder)थे। कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ, कोई सुरक्षा घेरा नहीं बना, और जब तक गोली चली, सब खत्म हो चुका था।

पूर्व अपराधी, वर्तमान हत्यारा

मुख्य आरोपी मोंटी, नवंबर 2023 में ही अपनी 8 वर्षीय भतीजी से दुष्कर्म के केस में साढ़े नौ साल की सजा काटकर जमानत पर बाहर आया था।

प्रशासनिक कार्रवाई

थानाध्यक्ष, रात्रि अधिकारी और एक अन्य सब-इंस्पेक्टर को तत्काल निलंबित किया गया है।

विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं।

डीसीपी का दावा है कि सभी आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

यह सवाल सिर्फ एक हत्या का नहीं, व्यवस्था की संवेदनहीनता का है

क्या एक आम आदमी अब पुलिस थाने को भी सुरक्षित नहीं मान (Ghaziabad Police Station Murder)सकता?

जब शिकायतकर्ता थाने में भी मारे जा सकते हैं, तो न्याय की उम्मीद कहाँ करें?

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