-बीजेपी नेता मोहन चरण माझी अब राज्य की सत्ता होंगे काबिज
भुवनेश्वर। CM Mohan Charan Majhi: बीजेपी नेता मोहन चरण को ओडिशा का नया मुख्यमंत्री चुना गया है। मोहन चरण माझी ओडिशा के 15वें और भाजपा के पहले मुख्यमंत्री होंगे। इस ओडिशा में बीजेडी के नवीन पटनायक ने लंबे समय तक शासन किया है। वह 2000 से 2024 तक लगातार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। नवीन पटनायक 24 साल 98 दिन तक मुख्यमंत्री पद पर रहे। हालांकि इस साल हुए ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की सत्ता पर काबिज बीजू जनता दल की जीत को रोककर बड़ी जीत दर्ज की।
बीजेपी ने राज्य की 147 में से 78 सीटें जीतीं। बीजेपी नेता मोहन चरण (CM Mohan Charan Majhi) अब राज्य की सत्ता की बागडोर संभालेंगे। इसके अलावा पार्वती परिदा और केवी सिंह देव को भी उपमुख्यमंत्री चुना गया है। सरपंच के रूप में राजनीति शुरू करने वाले मोहन चरण पहली बार विधायक बने। मोहन चरण माझी भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता माने जाते हैं। उन्हें पार्टी में काम करने का भी अच्छा अनुभव है।
आदिवासी बहुल इस राज्य में बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए आदिवासी चेहरे को ही चुना है। ओडिशा की चार करोड़ से अधिक आबादी में से आदिवासियों की आबादी लगभग एक करोड़ होने का अनुमान है। करीब 30 से 35 सीटों पर आदिवासियों का दबदबा है। 6 जनवरी 1972 को जन्मे मोहन चरण माझी की पत्नी का नाम डॉ प्रियंका मरांडी हैं। मोहन चरण मांझी को विधायक के साथ बीजेपी संगठन में काम करने का अच्छा अनुभव है। उन्होंने राज्य में आदिवासी मोर्चों पर काम किया है।
सरपंच से विधायक तक
मोहन चरण माझी का राजनीतिक सफर उनके गांव से शुरू हुआ। वह 1997 में पहली बार सरपंच बने। 2000 में भाजपा ने क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से मोहन चरण माझी (CM Mohan Charan Majhi) को उम्मीदवार बनाया। उस वक्त उन्होंने इस सीट से जीत हासिल की और विधायक बने। इसके बाद 2009 में बीजेपी ने एक बार फिर मोहन चरण माझी को चुनाव मैदान में उतारा। उस समय उन्होंने क्योंझर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। फिर 2019 में उन्होंने दोबारा उसी सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
वह चौथी बार विधायक बने हैं
2024 के विधानसभा चुनाव में मोहन चरण माझी ने चौथी बार जीत हासिल की है। इस चुनाव में मोहन चरण माझी ने कुल 87,815 वोट हासिल किए और बीजू जनता दल की मीना माली को 11,577 वोटों के भारी अंतर से हराया। चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक मोहन चरण और उनके परिवार की कुल चल-अचल संपत्ति 1.97 करोड़ रुपये है।