-लोरमी के चेचानडीह में मृत चार महिलाएॅ जी उठी और कलेक्टर कार्यालय आयी
– अपना आधार कार्ड और स्वयं के जीवित होने की पुष्टि कर शासकीय योजनाओं- पेंशन, आवास का लाभ दिलाने की मांग की
सुशील शुक्ला
मुंगेली। जीवित महिलाओं को सरकारी रिकार्ड ने बताया मृत अब चारों बुजुर्ग महिला को अपने आप को जीवित बताने का देना पड़ रहा सबूत। दरअसल मामला मुंगेली जिले (Mungeli district) का जहां चार मृतक महिलाएं कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर अपने आप को जीवित होने की शिकायत दर्ज करने पहुंची।
जीवित महिलाओं को ग्राम पंचायत चेचानडीह के पूर्व सरपंच ने मृतक बताकर शासकीय योजना के लाभ से वांचित कर दिया गया था। जिसके ऊपर अपराधिक प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की गई है। प्रकरण मुंगेली जिले के लोरमी ब्लाक के सुदूर ग्राम पंचायत चेचानडीह का है जिसमें पूर्व सरपंच द्वारा 2 अक्टूबर 2016 को ग्रामसभा में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् लगभग 29 लोगो को मृत बताकर आवास योजना की सूची से नाम काटने का प्रस्ताव पारित किया गया है।
जिनमें से चेचानडीह के पीरित बाई, महेतरीन बाई, सोनबाई, पुसईया बाई महिलाएॅ कलेक्टर कार्यालय पहुच कर अपना दुखडा सुनाई जिसमें वृद्ध पीरित बाई ने बताया कि हमला कुछ नहीं मिलय पेंशन, आवास और इसके लिए उन्होंने कारण बताया कि वे मर गई हैं क्योकि पंचायत के प्रस्ताव में उन्हे मृत बताया गया है।
दूसरी वृद्ध महिला महेतरीन बाई ने बताया कि मृत्यू हो गई है कहके सब जगह नाम कटवा दिये है अऊ मैं जिंदा है। आवास में नाम आ गया था जिसे काट दिया गया है और निराश्रित भी नहीं मिल रहा है। तीसरी वृद्ध महिला सोनाबाई ने बतलाई कि मृत्यू हो गया है कह के पेंशन नहीं मिलत हे आवास के नाम ला घलो काट दिस कौन काटिस पूछे जाने पर उसने पुराना सरपंच बतलाई। चैथी महिला पुसईया ने बतलाया कि पेंशन नहीं मिल रहा है आवास से नाम काट दिया है। मृत्यू हो गई कहा है जुन्ना सरपंच सुशील है।
जनपद सदस्य क्षेत्र क्र 06 कोदवा महंत की जनपद सदस्य श्रीमती गनेशिया मरकाम ने बतलाया कि चेचानडीह की इन 4 महिलाओं के साथ मैं आई हु जिन्हे पूर्व सरपंच सुशील ने पंचायत के प्रस्ताव में मृत बता दिया है, जिसके चलते इन चारों महिलाओं को पेंशन व आवास की सुविधा नहीं मिल पा रही है जिसे दिलाने के लिए मैं इनके साथ मुंगेली आई हुॅ।
चेचानडीह के वर्तमान सरपंच कृष्ण कुमार यादव ने बतलाया कि इन महिलाओं को पूर्व सरपंच द्वारा मृत घोषित कर दिया गया है जिसके चलते इन्हे शासन की कोई भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है शासन की योजनाओं के लाभ से ये वंचित है। पूर्व सरपंच पर कडी से कडी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि जीवित व्यक्तियों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल सकें।
जनपद सदस्य द्वारा कलेक्टर को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि सुशील कुमार यादव पूर्व सरपंच पंचायत चेचानडीह के द्वारा 02.1.2016 को आयोजित ग्राम सभा में अपने पद का र्दुउपयोग कर वर्तमान में जीवित व्यक्तिओं को मृत घोषित कर प्रस्ताव पारित किया गया है पारित प्रस्ताव में ग्राम पंचायत के सचिव एवं पंचगणों के हस्ताक्षर नहीं है।
जिससे यह प्रतीत होता है कि पूर्व सरपंच के द्वारा ग्रामिणों को शासकीय योजना के लाभ से वंचित करने के उद्देश्य से जीवित व्यक्ति को मृत घोषित किया गया हैं जिस पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। पारित प्रस्ताव में 29 लोगों को मृत बताया गया है-अभी चार लोगो के जीवित होने की जानकारी मिली है।
ग्रामसभा के उस प्रस्ताव में लगभग 29 लोगों को मृत बताया गया है जिसकी भी जांच होनी चाहिए हो सकता है कि इन 29 लोगो मेंं से कुछ और लोग भी जीवित हो सकते है। हाल ही में हुये पंचायत चुनाव में इन महिलाएॅ ने वोट देने की जानकारी भी दी हैं। अहम सवाल यह कि जब वर्ष 2016 में इन्हे मृत घोषित कर दिया गया है ।
तो पंचायत चुनाव में ये वोट कैसे दिए इसका खूलासा करते हुए वर्तमान सरपंच कृष्णकुमार ने बताया कि जिला पंचायत हेतु पात्र अपात्र की सूची भेजने में इन 4 महिलाओं को मृत बता दिया गया था, लेकिन वोटर लिस्ट में इन्हे मृत नहीं बताया गया इसके साथ ही जब वर्तमान सरपंच से यह पूछा गया कि वर्ष 2016 से 2020 चार वर्ष हो गये है तो आपको जानकारी क्यो नहीं हुई हैं तो उन्हे अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि सरपंच ने चार्ज में इस रजिस्टर को नहीं दिया था जिसमें उन्हें मृत बताया गया हैं बार-बार मांगने के पश्चात यह रजिस्टर मिला है तो हमे मालूम हुआ।
जीवित होने का ज्ञापन जनपद सदस्य के माध्यम से डिप्टी कलेक्टर रजनी भगत को दिया गया जिस पर डिप्टी कलेक्टर ने जानकारी दी की प्रकरण की जानकारी कलेक्टर सर को दी जावेंगी तत्पश्चात आवश्यक कार्यवाही होगी।