कवर्धा/नवप्रदेश। Kawardha Politics : कवर्धा में हुए दो पक्षों का विवाद अब पूरी तरह से राजनीति मोड़ ले लिया है। इस मामले पर लगातार पक्ष और विपक्ष आमने सामने है। सत्ता पक्ष जहां मामले में भाजपा को तूल देने का आरोप लगा रहा है तो वहीं प्रमुख विपक्षी दल राजनीतिक षड्यंत्र करार दे रही है।
रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह कवर्धा पहुंचे। उन्होंने दुर्गेश देवांगन के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कवर्धा हमेशा से शांति का टापू है और मैं इसे जलते देख रहा हूं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर मंत्री व मुख्यमंत्री के इशारे पर मामले को राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।
प्रदेश में तुष्टिकरण की राजनीति हावी – रमन सिंह
रमन सिंह ने सरकार पर आरोप (Kawardha Politics) लगाते हुए कहा कि इस पूरी घटना में दुर्गेश देवांगन जिसे सबसे ज्यादा चोट आई है और उसे पीटा गया है जबकि उसका कोई कसूर ही नहीं था। उसे तो लोग घेर कर मार रहे हैं जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था। आज तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है। अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार करके प्रशासन लोगों को धमका रही है। लोगों को प्रताडि़त करने का प्लान बनाया जा रहा है। ऐसे लोगों पर ही लाठियां बरसाई गई जो अपने घर जा रहे थे या किसी काम से जा रहे थे। पूर्व सीएम ने सीधे तौर पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पौने 3 साल से तुष्टीकरण की राजनीति अपनाई जा रही है।
सांसद संतोष पाण्डेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह पर लगे आरोपों पर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस घटना को राजनीतिक मोड़ देने में कांग्रेस का बयान ही काफी है। राजनीति के फेर में 3 साल में इन्होंने कवर्धा को जला डाला। कांग्रेस की ऐसी मानसिकता से प्रदेश में अशांति फ़ैल रही है।
अस्तित्व बचाने की कवायद – मोहम्मद अकबर
कवर्धा विधायक और मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि जिस झंडे को लेकर विवाद (Kawardha Politics) हुआ था उसे मैने ही लगवाया था, जो लोग गिरफ्तार हुए है वह कवर्धा के नही थे। पूरे मामले की जांच चल रही है। यह घटना प्रायोजित और सुनियोजित है। मामले में कोई सबूत अभी सामने नहीं आया। अकबर ने कहा कि भाजपा अपने अस्तित्व को बचाने के लिए आगे बढ़ने का प्रयास कर रही है।