कोरिया/नवप्रदेश। Forgery : एक ओर धान की खरीद हो रही है तो दूसरी ओर धान के नाम पर कई तरह के घोटाले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें किसान ने धान की कटाई भी नहीं की थी, लेकिन 42.40 क्विंटल धान बेचने के लिए क्रय केंद्र पहुंच गया।
नोडल अधिकारी की सतर्कता से मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद (Forgery) आनन फानन में मौके पर पंचनामा तैयार किया गया और धान को जप्त कर लिया गया। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के सभी उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी के सुचारू संचालन एवं निगरानी हेतु जिला कलेक्टरों को विशेष निर्देश जारी किए हैं।
नोडल अधिकारी ने किया जालसाजी का पर्दाफाश
निर्देशों का पालन करते हुए कोरिया कलेक्टर विनय कुमार लंगेह द्वारा धान उपार्जन केंद्रों में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। जिनके द्वारा लगातार उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में गत दिवस 25 नवंबर को आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित गिरजापुर में संदेह के आधार पर एक किसान के टोकन की जांच की गई जिसमें 42.40 क्विंटल धान विक्रय हेतु टोकन लिया गया था।
इसकी जांच सहायक आयुक्त एवं नोडल अधिकारी, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित गिरजापुर, जिला खाद्य अधिकारी, प्रबंधक गिरजापुर, पटवारी एवं अन्य के उपस्थिति में की गई। किसान के टोकन पर धान विक्रय हेतु पहुंची पत्नी और वाहन चालक द्वारा पूछताछ के दौरान भ्रामक जानकारी दी गयी। उक्त संबंध में पटवारी द्वारा स्थल जांच भी की गयी। जिसमें पता चला कि खातेदार किसान की भूमि का धान अभी कटा नहीं है। मौके पर पंचनामा तैयार किया गया और धान को जप्त कर लिया गया। कलेक्टर श्री लंगेह के मार्गदर्शन में जिले में प्रशासनिक टीमों के द्वारा अवैध धान भंडारण और परिवहन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अवैध धान आवक पर लगातार प्रशासन (Forgery) द्वारा कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।