-केंद्र सरकार ने पहली बार UPSC को पंजीकरण और भर्ती परीक्षाओं के लिए विभिन्न चरणों में उम्मीदवारों की पहचान करने के लिए आधार कार्ड के माध्यम से सत्यापन करने की अनुमति दी है
-पहली बार होगा यूपीएससी अभ्यर्थियों का आधार वेरिफिकेशन
नई दिल्ली। UPSC candidates will have Aadhaar verification: प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को लेकर हुए विवाद के बाद यूपीएससी ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अहम फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने पहली बार यूपीएससी को पंजीकरण और भर्ती परीक्षा के लिए विभिन्न चरणों में उम्मीदवारों की पहचान के लिए आधार कार्ड के माध्यम से सत्यापन करने की अनुमति दी है। लेकिन यह सत्यापन स्वैच्छिक होगा।
केंद्र सरकार से आधार आधारित पहचान का लाइसेंस मिलने के बाद कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय ने इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है। जैसा कि उसमें उल्लेख किया गया है, यूपीएससी को वन टाइम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर पंजीकरण करते समय और परीक्षा, भर्ती परीक्षा के विभिन्न चरणों में उम्मीदवारों की पहचान के लिए स्वैच्छिक आधार पर प्रमाणीकरण करने की अनुमति दी गई है। इसके लिए ई केवाईसी प्रमाणीकरण सुविधा का भी उपयोग किया जाएगा।
अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि आयोग को आधार अधिनियम 2016 के सभी प्रावधानों, उसके तहत बनाए गए नियमों और विनियमों और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना होगा। यूपीएससी (UPSC candidates will have Aadhaar verification) ने पिछले महीने प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द कर दी थी। साथ ही परीक्षा में नकल के प्रयास के कारण उन्हें भविष्य में किसी भी परीक्षा में भाग लेने से भी निलंबित कर दिया गया। पूजा खेडकर पर फर्जी विकलांगता प्रमाणपत्र और ओबीसी नॉन-क्रीमी लेयर प्रमाणपत्र बनाने का आरोप लगाया गया है।