Flood in Bastar Division : बस्तर संभाग में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। (Flood in Bastar Division) बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है, वहीं अब तक 25 गांव प्रभावित हो चुके हैं। चारों जिलों में 43 राहत शिविर बनाकर 2,196 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।
सबसे ज्यादा बारिश दंतेवाड़ा में
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार—
दंतेवाड़ा : 93.7 मिमी और 118.4 मिमी
सुकमा : 35 से 109.3 मिमी
बीजापुर : 34.9 से 50.2 मिमी
बस्तर : 67.3 से 121.3 मिमी
लगातार हो रही बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं। इंद्रावती और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर के करीब पहुंच चुका है।
अब तक का नुकसान
जनहानि – 5 मौतें
पशुधन हानि – 17
मकान क्षति – 165 आंशिक, 86 पूर्ण
वायुसेना ने बचाई जानें
इंद्रावती नदी का जलस्तर बढ़ने से मांदर गांव में फंसे 6 लोगों (महिलाएं व बच्चे समेत) को हेलीकॉप्टर से निकाला गया। अब तक 68 से ज्यादा लोगों को वायुसेना ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। जिला प्रशासन ने हालात बिगड़ने पर वायुसेना से मदद मांगी थी।
NH-30 पर बड़ा हादसा
दरभा घाटी (जगदलपुर-सुकमा मार्ग) पर उफनते नाले को पार करने की कोशिश में एक कार बह गई।
कार में सवार पति-पत्नी और दो बच्चों की मौत
सभी मृतक तमिलनाडु के निवासी थे
SDRF ने रेस्क्यू कर शवों को बाहर निकाला और जगदलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा
कार चालक ने तैरकर जान बचाई।
प्रशासन की सतर्कता
सुकमा जिला मुख्यालय पर आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय
प्रभावित गांवों तक राहत सामग्री, दवाइयां और खाद्य सामग्री भेजी जा रही
नगर सेना और SDRF लगातार राहत कार्यों में जुटी