रायपुर/नवप्रदेश। Flag Day : सशस्त्र सेना झंडा दिवस के अवसर पर मंगलवार को गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सेना के पराक्रम को याद किया। अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गृह मंत्री साहू ने अपने संदेश में कहा कि भारतीय सैनिकों के साहस और वीरता से हमें देश प्रेम की सीख मिलती है।
उन्होंने कहा कि सेना द्वारा समय-समय पर किए गए महान कार्य और राष्ट्र की रक्षा के लिए दी गई बलिदानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता। सशस्त्र सेना झंडा दिवस (Flag Day) का यह दिन भी हमें सैनिकों और उनकी भावनाओं से जुड़कर राष्ट्र प्रेम के प्रति समर्पित रहने के लिए प्रेरित करता है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवार के कल्याण के लिए सहयोग राशि भेंट करते हुए कहा कि देश की सेवा करने वालों के सहयोग के लिए हम सभी को हमेशा तत्पर रहना चाहिए। इस दौरान उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों का सम्मान भी किया।
इस (Flag Day) अवसर पर संचालक सैनिक कल्याण छत्तीसगढ़ ब्रिगेडियर विवेक शर्मा, विशिष्ट सेवा मैडल, सूबेदार मेजर वेद प्रकाश साहू, हवलदार बी रवि, सी एल साहू, के एस आर मूर्ति, हवलदार नवल कुमार सहित भूतपूर्व सैनिक आदि उपस्थित थे।
क्यों मनाया जाता है
आपको बताते चले कि, सशस्त्र सेना झंडा दिवस या झंडा दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन-संग्रह के प्रति समर्पित यह दिन 1949 से 7 दिसम्बर को भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर हुए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य है- युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग, सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग हेतु एवं सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण के लिए है। इस दिवस पर धन-संग्रह सशस्त्र सेना के प्रतीक चिन्ह झंडे को बांट कर किया जाता है। इस झंडे में तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) तीनों सेनाओं को प्रदर्शित करते है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस या झंडा दिवस प्रत्येक वर्ष 7 दिसंबर को मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना के जवानों का आभार प्रकट करते हुए सेना के लिए धनराशि एकत्र करना है।