Site icon Navpradesh

मछुआरों के हित में बनेगी मछुआ नीति, नवा रायपुर में स्थापित होंगी भक्त गुहा निषादराज की प्रतिमा

Fishermen policy will be made in the interest of fishermen, statue of devotee Guha Nishadraj will be installed in Nava Raipur

World Fish Day

रायपुर/नवप्रदेश। World Fish Day : राजधानी रायपुर स्थित कृषि महाविद्यालय में विश्व मत्स्कीय दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय मछुआरा सम्मेलन का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे सम्मेलन में शामिल हुए।

समेलन के दौरान कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मोंगरी योजना के तहत 20 हितग्राहियों को मोंगरी आईसबॉक्स के साथ मोटरसाइकिल और प्रधानमंत्री मत्स्य सम्मान योजना के तहत 04 हितग्राहियों को जीवित मछली केन्द्र के रूप में चारपहिया वाहन की चाबी सौंपी।

इस मौके पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने मत्स्य कृषकों और मछुआरों की मांग पर नवा रायपुर में भक्त श्री गुहा निषादराज की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की। कृषि मंत्री चौबे ने कहा कि मछुआ समाज द्वारा शासन के सामने अपनी कई मांगे रखी गई है, जिनमें से कुछ पर पूर्व से ही हमारी सरकार विचार कर रही है। मुख्यमंत्री की सोच है कि मछुआ समाज की जो भी मांगे है और उम्मीदें है, उसे पूरा करने में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। प्रदेश के मत्स्य कृषकों और मछुआरों के हित को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मत्स्य पालन को कृषि का दर्जा प्रदान किया है। इसके साथ ही जिस तरह से कृषि कार्य के लिए किसानों को बिजली एवं अन्य उपकरणों में छूट दी जाती है, उसी तरह से मछली की खेती करने वालों को भी राहत देने की दिशा में काम कर रही हैं।

मत्स्य उत्पादन से बढ़ा रोजगार

कृषि का दर्जा मिलने से मत्स्य उत्पादन (World Fish Day) के क्षेत्र में थोड़ा भी मेहनत किया जाए तो और अच्छे परिणाम मिलेंगे। मात्र एक साल के भीतर ही 2500 मत्स्य कृषकों को किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नई पहल करते हुए हर साल 1000 युवाओं को मोंगरी आईसबॉक्स के साथ मोटरसाइकिल प्रदान कर रही हैं, जिसकी शुरूआत हो चुकी है। आज छत्तीसगढ़ से न केवल जिंदा मछली बेचने का काम हो रहा है, बल्कि कटिंग और प्रोसेसिंग करके इसकी विदेशों में भी सप्लाई की जा रही है। हाल ही में इंग्लैण्ड को 100 टन तेलपिया मछली की सप्लाई के लिए करार किया गया है। कृषि मंत्री ने नई संभावनाओं पर बात करते हुए कहा कि जिस तरह से रेस्टोरेंट से फूड की सप्लाई जोमेटो सर्विस के माध्यम से हो रहा है, तो क्यों न यहां भी मत्स्य कृषकों द्वारा इस तरह की संभावनाओं पर कार्य किया जाएं।

नवीन मछुआ नीति लागू करने उठी मांग

सम्मेलन को छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष एम.आर.निषाद ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि समाज के निरंतर विकास के लिए एकजुट होना बहुत जरूरी है। उन्होंने मछली पालन (World Fish Day) जैसे परंपरागत व्यवसायों के साथ-साथ शिक्षा एवं अन्य व्यवसायों में भी आगे बढ़ने की अपील की। निषाद ने समाज की छोटी-छोटी समस्याओं के निराकरण के साथ ही मछुआरों के हितों को ध्यान में रखते हुए जल्द नवीन मछुआ नीति लागू करने सरकार से मांग की है। उन्होंने इसके साथ ही मछुआरा समाज के महापुरूषों और ख्यातिप्राप्त विभूतियों के विचारों, उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की भी मांग की।

Exit mobile version