-नवजात एनआईसीयू वार्ड में अचानक आग लगने से 10 बच्चों की मौत
झांसी। jhansi medical college incident: शुक्रवार रात झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुआ बड़ा हादसा दिल दहला देने वाला है। यह सिस्टम की खामियों को भी उजागर करता है। नवजात एनआईसीयू वार्ड में अचानक आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई। कई परिवारों में मातम पसर गया है। इस हादसे में 17 बच्चे घायल हो गए हैं और उनका इलाज चल रहा है।
अब आग की तस्वीरें और कुछ वीडियो सामने आए हैं। ये सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। ये दिमाग हिला देने वाले हैं। वीडियो में लोग बच्चों को गोद में लेकर दौड़ रहे हैं। माता-पिता की चीख-पुकार, आग, भगदड़ और नर्सिंग स्टाफ द्वारा अपनी जान जोखिम में डालकर बच्चों (jhansi medical college incident) को उठाने और बाहर ले जाने का दृश्य चौंकाने वाला है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) सचिन माहौर ने घटना के बारे में कहा कि एनआईसीयू में कुल 54 नवजात शिशु भर्ती थे। रात करीब साढ़े दस बजे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई। आग तेजी से फैलने के कारण इनडोर यूनिट को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है।
फायर अलार्म और पानी छिड़कने वाले उपकरण काम नहीं कर रहे थे, जिससे बचाव अभियान में देरी हो रही थी। अस्पताल में लगे अग्निशमन यंत्र चार साल पहले ही खत्म हो गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि सिलेंडर काम नहीं कर रहा था। आग बुझाने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी।
जैसे ही आग तेजी से फैली, नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ कुछ माता-पिता भी अपने बच्चों को उठाकर सुरक्षित स्थान पर ले गए। कई बच्चों को दूसरी यूनिट में शिफ्ट किया गया, लेकिन आग इतनी भीषण थी कि 10 बच्चों को आग से नहीं बचाया जा सका। कई लोग घायल भी हुए हैं।