रायपुर/नवप्रदेश। Fire Audit : इस माह में लगातार दो बड़े हादसों में एक किशोरी समेत करीब आधा दर्जन बच्चों की मौत हो गई। 8 नवंबर को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में लगी भीषण आग में 7 बच्चे जिंदा जल गए, जबकि 10 नवंबर को राजधानी रायपुर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की चौथी मंजिल पर बने मकान में एक किशोरी की जलकर मौत हो गई।
तीन दिन में 8 दर्दनाक मौत के बाद अब छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी बहुमंजिला घरों और अस्पतालों का फायर ऑडिट कराने का फैसला किया है। इस आश्य के आदेश रायपुर कलेक्टर ने बुधवार शाम भूपेश सरकार की ओर से यह आदेश जारी किया है। रायपुर कलेक्टर ने फायर ऑडिट के लिए 10 टीमों को जिम्मेदारी सौंपी हैं।
नहीं हो रहा है अस्पतालों और बहुमंजिला इमारतों में अग्निशमन नियमों का सख्ती से पालन
रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया, रायपुर जिले के चिकित्सालय भवनों, अस्पतालों और बहुमंजिला रहवासी इमारतों में अग्निशमन मानदंडों का कड़ाई से पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे भवनों के फायर ऑडिट, अग्नि सुरक्षा और अन्य सुरक्षा मानकों की जांच के लिए दल का गठन किया गया है। यह जांच दल सबसे पहले रायपुर जिले के अस्पतालों की जांच करेगा। जांच दल को तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है।
इसके बाद बहुमंजिली रिहायशी इमारतों का फायर ऑडिट (Fire Audit) होगा। रायपुर एसडीएम को रायपुर नगर निगम से बाहर के अस्पतालों और बहुमंजिला इमारतों की जांच का निर्देश दिया गया है। वहीं अभनपुर और आरंग एसडीएम को उनके क्षेत्र में ऐसी इमारतों और अस्पतालों की जांच कर रिपोर्ट पेश करने की जिम्मेदारी दी गई है।
शॉर्ट सर्किट से कई लोगों की गई जान
अप्रैल महीने में रायपुर के एक निजी अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से पांच मरीजों की मौत हो गई थी। इसमें से एक मरीज की झुलसने से और शेष चार की धुएं की वजह से दम घुटने से हुई। शुरुआती जांच में सामने आया था कि उस अस्पताल में आग बुझाने (Fire Audit) का इंतजाम नहीं था। आपातकालीन निकासी की भी व्यवस्था नहीं थी। हादसे के बाद सरकार ने फायर ऑडिट का आदेश दिया था।
रायपुर के कचना स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की एक बहुमंजिली इमारत में बुधवार को अचानक आग लग गई। इस आग में एक 13 वर्षीय बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। बताया गया कि यह आग शॉर्ट सर्किट से लगी थी। आग बुझाने का कोई इंतजाम नहीं था, ऐसे में लोग फायर ब्रिगेड का इंतजार करता रहा। इस बीच बच्ची बुरी तरह जल गई।
इन बिंदुओं पर होनी है जांच
- इमारत में कितने अग्निशमन यंत्र उपलब्ध हैं।
- अग्निशमन यंत्र की एक्सपायरी डेट क्या है।
- हाइड्रेंट और स्मोक डिटेक्टर काम करने की स्थिति में हैं या नहीं
- आखिरी बार फायर ऑडिट कब किया गया था।
- अस्पताल प्रबंधन ने आग से बचाव संबंधी ड्रिल किया है या नहीं।
- आग लगने पर आपातकालीन निकास की व्यवस्था है अथवा नहीं।
- धुआं अथवा गैस भर जाने की स्थिति में वेंटिलेशन की व्यवस्था है कि नहीं।
- शॉर्ट सर्किट से बचाव के साधन हैं या नहीं।
- दुर्घटना की स्थिति में मरीजों को सुरक्षित बाहर निकलने की व्यवस्था है या नहीं।
- शॉर्ट सर्किट अथवा आग लगने पर सभी मंजिलों पर अलार्म लगा हुआ है या नहीं।
- अग्नि सुरक्षा के लिए कितने प्रशिक्षित व्यक्तियों को रखा गया है, अथवा कितने लोगों को इसमें प्रशिक्षित किया गया है।
- अप्रैल में एक बड़ी दुर्घटना देख चुका है रायपुर