नई दिल्ली, नवप्रदेश : अगर आप किसी को किराए पर फ्लैट (Finance Tips) देना चाहते हैं तो हमेशा आपको यही डर लगा रहता है कि हमारा किराएदार सही है या नहीं।
कहीं आगे चलकर इसके कारण हम किसी कानूनी दाव-पेच में न फंस जाए। इसलिए हमेशा आप किसी को भी अगर किराए पर फ्लैट देना चाहते हैं और इन सब कानूनी दांव-पेचों में नहीं फंसना चाहते हैं तो आप हमारी बताई हुई इन 5 बातों का ध्यान रखें।
- रेफरल की मदद लें : अगर किराये पर घर (Finance Tips) लेने वाला व्यक्ति किसी भी तरह आपका परिचित निकल जाता है। ये आपके लिए ठीक रहेगा. इस कदम से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि रेंट पर घर लेने वाला कोई अनजान व्यक्ति नहीं है। अगर आपको कोई रेफरल नहीं मिलता है, तो ऐसे में आपको व्यक्ति के पुराने लैंडलॉर्ड से एक बार बात कर लेनी चाहिए।
2. प्रमुख दस्तावेजों की Authenticity चेक करना जरूरी: आपको किरायेदार के आधार-पैन की Authenticity चेक कर लेनी चाहिए। इसके साथ ही आपको Tenant को वर्तमान कंपनी का आईडी प्रुफ देने के लिए भी Insist करना चाहिए। इससे उस व्यक्ति के वर्तमान नियोक्ता के बारे में भी (Finance Tips) जानकारी मिल जाती है।
3. पेपरवर्कः लीज या लीव या लाइसेंस एग्रीमेंट रजिस्टर्ड होना चाहिए और उसमें स्पष्ट तौर पर किरायेदार का नाम, एड्रेस, पिता का नाम, रेंट की रकम, किराये में होने वाली वृद्धि का जिक्र होना चाहिए। अगर आप एग्रीमेंट के रजिस्टर नहीं कराते हैं तो कोर्ट में उसकी कोई वैल्यू नहीं रह जाएगी। एग्रीमेंट में हर छोटी-बड़ी बात लिखी होनी चाहिए।
4. पुलिस वेरिफिकेशनः यह एक अहम कदम है। पुलिस वेरिफिकेशन से यह सुनिश्चित होता है कि किसी तरह की विवाद की स्थिति में पुलिस लूप में रहती है और आपकी मदद के लिए तैयार रहती है।
5. RWA से अपडेट लेना मत भूलिएः अपनी सोसायटी की मेंटेनेंस एजेंसी या RWA से समय-समय पर इस बात का अपडेट लेते रहना चाहिए कि किरायेदार मेंटेनेंस/ पानी और अन्य चार्जेज का भुगतान नियमित आधार पर कर रहा है या नहीं। अगर आपका Tenant ऐसा नहीं करता है तो आप कॉन्ट्रैक्ट को टर्मिनेट कर सकते हैं।