नई दिल्ली, नवप्रदेश। अर्जेंटीना फुटबॉल का बादशाह बन गया है। रविवार रात खेले गए फीफा वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में अर्जेटीना ने फ्रांस को 4-2 से हराया। दोनों टीमें अतिरिक्त समय के बाद 3-3 से बराबरी पर थीं। इसके बाद फैसला पेनाल्टी शूटआउट से हुआ।
लेकिन अर्जेंटीना के हाथों मिली हार के बाद फ्रांस में दंगे भड़क (FIFA World Cup) गए। हजारों की तादाद में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। उन्होंने गाड़ियों को आग लगा दी और दंगा पुलिस से झड़प भी हुई। उनको तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े।
पेरिस, लियोन और नीस जैसे शहरों में फुटबॉल फैंस ने जमकर तांडव मचाया। रिपोर्ट के मुताबिक, दंगा पुलिस की प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प हुई। उन्होंने आगजनी के साथ-साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ की।
हजारों की संख्या में फुटबॉल फैन्स फाइनल देखने के लिए फ्रांस के अलग-अलग शहरों के रेस्तरां और बार में जमा हुए थे। हालांकि पेरिस समेत कई शहरों ने बड़ी स्क्रीन पर मैच का प्रसारण करने से इनकार कर दिया था। फैंस को उम्मीद थी कि फुटबॉल जगत का नया शहंशाह फ्रांस (FIFA World Cup) होगा।
लेकिन फाइनल मुकाबले में दोनों टीमों के बीच जोरदार टक्कर देखी गई और मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट तक गया, जहां लियोनल मेसी की अर्जेंटीना के आगे फ्रांस 4-2 से हार गया। इसके बाद फैंस ने आपा खो दिया और कई शहरों में दंगों जैसे हालात बन गए।
लियोन में हिंसा भड़क गई, जिसके बाद दंगा पुलिस ने प्रदर्शनकारी फैंस पर आंसू गैस के गोले छोड़े। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने पेरिस और लियोन की सड़कों पर मचे बवाल की वीडियो शेयर की हैं। इसमें लोग पुलिस के आंसू गैस के गोलों से बचकर भागते नजर आ रहे (FIFA World Cup) हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार भी की। लियोन शहर में पुलिस ने दर्जनों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. जबकि नीस शहर में भी हिंसा हुई। यहां आपातकालीन वाहनों को जलते हुए कूड़ेदान से ऊपर से जाना पड़ा।