आंबेडकर अस्पताल के आपातकालीन गेट के पास 7 नवंबर को लावारिश हालत में मिले भ्रूण के मामले (Fetus Case Ambedkar Hospital) में मौदहापारा थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। घटना को आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन भ्रूण फेंकने वालों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज की मदद से संदिग्ध महिलाओं और उनके वाहनों की तलाश में जुटी है।
तड़के साढ़े छह बजे सफाई कर्मियों को प्लाज्मा में लिपटा मिला भ्रूण
घटना वाले दिन सुबह करीब साढ़े छह बजे सफाई कर्मियों को इमरजेंसी गेट के पास प्लाज्मा में लिपटा भ्रूण मिला। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी। अस्पताल प्रबंधन ने मौके का निरीक्षण कराया और वहां लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज (Fetus Case Ambedkar Hospital) पुलिस को उपलब्ध कराई।
सीसीटीवी में दिखाई दीं दो महिलाएं— चेहरा बुर्के से ढका
फुटेज में दो महिलाएं अस्पताल के इमरजेंसी गेट के पास भ्रूण फेंकते दिखाई दे रही हैं। दोनों ने चेहरे को बुर्के से ढक रखा है, जिसके कारण पुलिस अभी तक उनकी पहचान नहीं कर पाई है (Fetus Case Ambedkar Hospital)।
दोपहिया वाहन की तलाश— कैमरे खंगाल रही पुलिस
जांच में पता चला कि दोनों महिलाएं अलग-अलग एक्टिवा में सवार होकर पहुंची थीं। हालांकि फुटेज में स्कूटी का नंबर स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है। भ्रूण फेंकने के बाद दोनों एक्टिवा पीछे के रास्ते से मौदहापारा की ओर जाती दिख रही हैं। इसी दिशा में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की बारीकी से जांच की जा रही है, लेकिन अब तक न वाहन का सुराग मिला है और न ही संदिग्ध महिलाओं का।
पुलिस की जांच जारी
मौदहापारा पुलिस एक्टिवा के रूट, आसपास के इलाकों के कैमरे और संभावित अस्पतालों में महिलाओं की गतिविधियों की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान की प्रक्रिया जारी है और जल्द एक्शन लिया जाएगा।

