बीजापुर/नवप्रदेश। Female Naxali Surrender : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हार्डकोर महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण किया है। यह पहला मौका है जब कोई महिला नक्सली अपनी बच्ची के साथ पुलिस थाना पहुंची और सरेंडर किया हो।
महिला नक्सली दल में लोकल ऑब्जर्वेशन स्क्वाड कमांडर के पद पर काफी लंबे समय से बीजापुर इलाके में सक्रिय थी। पुलिस ने इस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। बीजापुर के एसपी ने कहा कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा के साथ प्रताड़ना से तंग आने और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर एलओएस कमांडर सोमली सोढ़ी उर्फ वनिता ने पुलिस के सामने सरेंडर किया। इस दौरान महिला नक्सली के साथ उसकी बच्ची भी मौजूद थी।
55 जवानों की शहादत जैसी बड़ी घटनाओं में शामिल
बीजापुर के एसपी अंजय वैष्णव ने बताया कि सरेंडर करने वाली महिला वनिता नक्सली संगठन (Female Naxali Surrender) में पिछले 15 से 20 सालों से सक्रिय रहकर काम कर रही थी। साल 2003 में गंगालूर एरिया समिति एलओएस कमांडर हरिराम माड़वी ने वनिता को पीएलजीए सदस्य के रूप में संगठन में शामिल किया था। इसके बाद 2004 में वह गंगालूर से मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज डीवीसीएम प्रसाद के टीम में शामिल हुई। इस दौरान वह कई बड़ी वारदातों की भी हिस्सा रही, जिसके बाद उसे एरिया कमेटी इंचार्ज मोहन ने पार्टी सदस्य के रूप में पदोन्नत किया। वनिता सबसे बड़ी नक्सली घटनाओं में से एक रानी बोदली के पुलिस बेस कैंप में हुए नक्सली हमले में 55 जवानों की शहादत जैसी बड़ी वारदातों में भी शामिल रही।
इन वारदातों में शामिल थी महिला नक्सली
इसके अलावा बीजापुर में हुए कई नक्सली हमले में भी वह शामिल रह चुकी है। एसपी अंजय वैष्णव ने बताया कि इस महिला नक्सली की फुर्ती देखकर संगठन के बड़े कैडर्स लगातार इसे नई जिम्मेदारी देते रहे। साल 2018 से 2021 तक नागारम एलओएस कमांडर के पद पर भी वनिता सक्रिय रही और यहां भी कई बड़ी वारदातों को उसने अंजाम दिया।आवापल्ली से ईलमिड़ी सड़क सुरक्षा में लगे जवानों पर फायरिंग, बीजापुर से आवापल्ली टी पॉइंट में पुलिस की बाइक पेट्रोलिंग पार्टी पर फायरिंग और आईइडी विस्फोट कर पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने के साथ सबसे बड़ी घटनाओं में से एक रानी बोदली बेस कैंप में हमला करने की घटना में वनिता शामिल रही।
महिला नक्सली को दिए गए 10 हजार रुपये
गौरतलब है कि साल 2007 में रानी बोदली में बने पुलिस कैंप पर देर रात नक्सलियों ने हमला किया था। नक्सलियों ने कैंप में सोए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग (Female Naxali Surrender) कर दी थी। साथ ही कैंप में आग भी लगा दिया था, जिसमें 55 जवानों की शहादत हुई थी।यह छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली सबसे बड़ी नक्सली घटना थी। एसपी ने बताया कि फिलहाल सरेंडर महिला नक्सली को 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है, जल्द ही महिला नक्सली और उसकी बच्ची को पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।