नई दिल्ली, नवप्रदेश। फैट से शरीर को बहुत सी बीमारियां घेर लेती है। मोटापा (Fatty liver disease) हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों में बहुत ही ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। मोटापा हमारे शरीर में हमारे हार्ट, लिवर और जाने कहां-कहां कई तरह की बीमारीयां ले आता है। इसी तरह हमारे लिवर पर जब यह फैट जम जाता है तो बहुत ही नुकसान पहुंचाता है।
एक्सपर्ट का मानना है कि फैटी लिवर डिसीज (Fatty liver disease) को स्टीटोसिस भी कहा जाता है. हर इंसान के स्वस्थ लिवर में थोड़ी मात्रा में फैट होता ही है, लेकिन जब फैट की मात्रा लिवर के कुल वजन का 5 से 10 प्रतिशत तक हो जाती है तो मुसीबत पैदा होती है।
ज्यादातर मामलों में फैटी लिवर डिसीज (Fatty liver disease) किसी भी गंभीर समस्या का कारण नहीं बनता या आपके लिवर को सामान्य रूप से काम करने से नहीं रोकता, लेकिन 7 से 30 प्रतिशत लोगों में फैटी लिवर की समस्या समय के साथ बढ़ने लगती है। एक्सपर्ट बताते हैं कि कुछ लोगों को इस फैटी लिवर का खतरा अधिक होता है इसलिए इन लोगों को अपनी सेहत पर खास ध्यान देना चाहिए।
हर इंसान के लिवर में फैट की कुछ मात्रा होती है, लेकिन जैसे-जैसे लिवर में फैट की मात्रा बढ़ती जाती है, उसे हाई ब्लड प्रेशर, किडनी प्रॉब्लम्स और डायबिटीज का खतरा बढ़ने लगता है। इसलिए नीचे दिए हुए लक्षणों को अनदेखा न करें।
फैटी लिवर के लक्षण इस प्रकार है –
1. पेट में दर्द
2. भूख न लगना
3. वजन कम होना
4. थकान या मानसिक भ्रम
5. पीली त्वचा और आंखों का सफेद होना