धमतरी/नवप्रदेश। Fake Royalties : जिले के मगरलोड तहसील में स्वीकृतसरगी रेत खदान से फर्जी रॉयल्टी के जरिए रेत की अवैध निकासी का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में अनुज्ञप्तिधारक द्वारा शिकायत किए जाने पर खनिज निरीक्षक ने चार आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर मगरलोड थाने में दर्ज कराई है।
शालिनी सिंह कर रहे थे अवैध निकासी
सहायक खनि अधिकारी एस.के. साहू ने बताया कि उक्त रेत खदान की अनुज्ञाधारक शालिनी सिंह ने फर्जी रॉयल्टी (Fake Royalties) के माध्यम से रेत की अवैध निकासी किए जाने के संबंध विभाग में शिकायत की, जिसे संज्ञान में लेकर त्वरित कार्रवाई करते हुए खनिज निरीक्षक के माध्यम से उक्त खदान को अस्थायी रूप से बंद कराया गया तथा खदान में उपलब्ध दस्तावेजों को जांच के दायरे में लेने के लिए जब्त कर संबंधितों का बयान दर्ज किया गया।
4 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि रेत खदान सरगी के पट्टाधारक एवं उनके कर्मचारियों के द्वारा ग्राम बोरसी में शिकायतकर्ता सिंह के पक्ष में स्वीकृत रेत के अस्थायी भण्डारण में खनिज विभाग धमतरी से जारी की गई रॉयल्टी पर्ची की कूटरचित रॉयल्टी छपवाकर उसका उपयोग रेत की अवैध निकासी में किया जा रहा था।
उक्त अवैधानिक कृत्य के लिए सरगी के पट्टाधारक दुर्ग निवासी जितेन्द्र कुमार मण्डल सहित उनके तीन कर्मचारी सचिव जाधव निवासी रायपुर, राजकिशोर सिंह निवासी दुर्ग और सेवकराम ताण्डी निवासी अमेठी महासमुंद के विरूद्ध पुलिस थाना मगरलोड में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
कारण बताओ नोटिस जारी
पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ (Fake Royalties) धारा 420, 34 भा.द.वि. के तहत अपराध दर्ज कर आगे की विवेचना की जा रही है। साथ ही पट्टाधारक को स्वीकृत रेत खदान से फर्जी रॉयल्टी के माध्यम से रेत की अवैध निकासी कर शासन को हानि पहुंचाए जाने पर खनिज विभाग द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।