ढाका। Explosion : दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश में एक निजी कंटेनर डिपो में शनिवार रात विस्फोट हुआ, जिससे यहां भीषण आग लग गई। इस हादसे में कम से कम 43 लोगों की मौत हो गई और 450 से ज्यादा लोग घायल हो गए। आग इतनी जबर्दस्त है कि इसे बुझाने के दौरान दमकल विभाग के 5 कर्मियों की भी मौत हो गई है।
‘ढाका ट्रिब्यून’ के मुताबिक, चटगांव के सीताकुंड उपजिला में कदमरासुल क्षेत्र स्थित बीएम कंटेनर डिपो में शनिवार रात आग लग गई। डिपो में लगी आग को बुझाने के लिए वहां दमकल की 19 गाड़ियां पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद मृतकों के शव बाहर निकाले जा रहे हैं। आग पर काबू पाने के लिए सेना को भी घटनास्थल पर भेजा गया है। बांग्लादेश फायर सर्विस एंड सिविल डिफेंस के एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में से एक की पहचान कुमीरा स्टेशन अधिकारी (नर्सिंग सहायक) मोनिरुज्जमां के रूप में हुई है। 15 दमकल कर्मी घायल हुए हैं। वहीं 2 कर्मी लापता हैं।
450 से अधिक लोग घायल
चाटोग्राम में हेल्थ एंड सर्विस डिपार्टमेंट (Explosion) के चीफ के प्रमुख इस्ताकुल इस्लाम ने बताया कि कम से कम 350 लोग चाटोग्राम मेडिकल कॉलेज अस्पताल (CMCH) में भर्ती हैं। रेस्क्यू टीम और आस-पास रहने वाले लोग भी कल रात से ही राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। हॉस्पिटल स्टाफ ने बताया कि ज्यादातर लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। ज्यादातर लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। सेवा विभाग के प्रमुख के हवाले से कहा, ‘इस घटना में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कम से कम 350 सीएमसीएच में हैं।’ इस्लाम ने कहा, ‘अन्य अस्पतालों में मरने वालों की संख्या अधिक हो सकती है।’
मरने वालों की बढ़ सकती है संख्या
स्थानीय निवासियों ने कहा कि विस्फोट इतना तेज था कि आसपास के घरों की खिड़कियों के शीशे टूट गए। चटगांव के सिविल सर्जन मोहम्मद इलियास हुसैन ने कहा कि विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ घायलों की हालत बेहद गंभीर हैं। उन्होंने बताया कि घायलों में दमकलकर्मी और पुलिसकर्मी शामिल हैं। उन्होंने जिले के सभी डाक्टरों से स्थिति से निपटने में मदद करने का आग्रह और आपातकालीन रक्तदान का आह्वान किया।
आग लगने की वजह का नहीं चल सका पता
आग किस वजह से लगी, यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। अग्निशमन सेवा के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें संदेह है कि आग हाइड्रोजन पेरोक्साइड के एक कंटेनर से लगी होगी और जल्द ही से अन्य कंटेनरों में फैल गई। बता दें, 2020 में भी चटगांव के पटेंगा इलाके में एक कंटेनर डिपो में एक तेल टैंक में विस्फोट हो गया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
मृतकों की नहीं हो सकी पहचान
अग्निशमन (Explosion) सेवा के सूत्रों के अनुसार, घटना के दौरान उनके तीन कर्मचारियों की भी मौत हो गई। मृतकों की पहचान अभी नहीं हो सकी है।