रायगढ़/नवप्रदेश। Example of Humanity : सिटी कोतवाली रायगढ़ पुलिस ने मानवता की एक बड़ी मिसाल पेश की है। प्रयागराज से आकर जिले के कोसमनारा में बसे एक श्रमिक परिवार की महिला नर्मदा तिवारी का स्वांस की लंबी बिमारी के बाद के.जी.एच. रायगढ़ निधन हो गया।
महिला के पति का दो साल पहले निधन हो चुका है। मृतिका अपने पीछे दो बच्चे क्रमश: लड़की 16 साल और लड़का 8 साल को छोड़कर चली गई, महिला का शव दो दिनों तक मच्यूरी में रखा था। इसी बीच थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर अपने स्टाफ के साथ एक रोड़ एक्सीडेंट की जांच करने के.जी.एच. पहुंचे थे।
टीआई मनीष नागर को बेटी ने सुनाया दुखड़ा
इतने में मृतिका की बेटी टीआई मनीष नागर को देखकर रोते हुए उनके पास आयी और बताई कि उनका इलाहाबाद और रायगढ़ में कोई नहीं है, जान पहचान वाले भी मम्मी का क्रियाकर्म के लिये नहीं आ रहें हैं। दोनों बच्चों की दशा देखकर वहां खड़े लोगों के साथ पुलिस वालों को भी अंदर तक झकझोर दिया।
टीआई ने बच्चों को दिया दिलासा
टीआई नागर (Example of Humanity) बच्चों को दिलासा देकर बोले कि “शव का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया जावेगा और तुम दोनों (बच्चों) के रहने का उचित प्रबंध करते हैं।” जिसके तत्काल बाद टीआई अपने स्टाफ को मुक्तिधाम तक शव ले जाने वाहन की व्यवस्था करने निर्देशित किये, टीआई और उनके स्टाफ शव को कंधा देकर वाहन से कयाघाट मुक्तिधाम पहुंचे।
पुलिस के इस नेक कार्य की जानकारी पर समाजसेवी संस्था मां फाउंडेशन रायपुर के स्थानीय सदस्यगण सहयोग के लिये आगे आये। महिला हिंदू होने के कारण महिला के बेटे ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार महिला का अंतिम संस्कार किया गया, उनकी अस्थि पवित्र नदी में प्रवाहित किया जावेगा। शव के अंतिम संस्कार के बाद महिला के दोनों बच्चों को देखभाल के लिये चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया है।
सीनियर अफसरों ने थपथपाई पीठ
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों (Example of Humanity) को जब इसकी जानकारी हुई तो टीआई नागर और उनके स्टाफ की सराहना किये। इस मानवीय सेवा को निभाने सिटी कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष नागर, प्रधान आरक्षक नंदकुमार सारथी, प्रधान आरक्षक हेमंत पात्रे, आरक्षक विनोद शर्मा, आरक्षक सुरेंद्र यादव और मां फाउंडेशन रायपुर, रायगढ़ के सदस्य निमेश पाण्डेय, बबलू गुप्ता और साथीगण मौजूद रहे ।