–केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सिंह ने राज्य में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपायों की दी जानकारी
कोरोना से बचाव एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा जारी
–गाइडलाइन का छत्तीसगढ़ में हो रहा सख्ती से पालन
–कोरोना टेस्ट और टीकाकरण की क्षमता बढ़ाकर संक्रमण रोकने की प्रभावी पहल
रायपुर। corona vaccine chhattisgarh: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने राज्य में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन किए जाने के साथ ही कोरोना टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही वृहद पैमाने पर कोरोना वैक्सीनेशन किया जा रहा है।
राज्य में रोजाना 3 से 4 लाख लोगों को कोरोना से बचाव के टीके लगाए जा रहे हैं तथा 36 से 40 हजार लोगों की कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने यह जानकारी (corona vaccine chhattisgarh) केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन द्वारा कोरोना संक्रमण के रोकथाम के उपायों एवं वैैक्सीनेशन के संबंध में आयोजित राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में दी गई। इस वर्चुअल बैठक में देश के 11 राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने इस वर्चुअल बैठक में जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में बीते दो माह में कोरोना संक्रमण तेज हुआ है। इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमितों की टेस्टिंग की संख्या में वृद्धि किए जाने के साथ ही कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य भी युद्ध स्तर पर कराया जा रहा है।
टेस्ट की संख्या में बढ़ोतरी होने से संक्रमितों के पहचान
उन्होंने बताया कि कोरोना टेस्ट की संख्या में बढ़ोतरी होने से संक्रमितों के पहचान की संख्या में भी वृद्धि हुई है। चिन्हित संक्रमितों का चिकित्सालयों एवं होम आइसोलेशन के माध्यम से प्रभावी इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में गाइडलाइन का कड़ाई से पालन, कोरोना टेस्टिंग एवं वैक्सीनेशन की वजह से यह उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना संक्रमण कम हो जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव (corona vaccine chhattisgarh) ने बताया कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन के साथ ही मास्क, सेनेटाइजर के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा सामूहिक कार्यक्रमों और शादी-विवाह एवं अन्य प्रयोजनों के दौरान लोगों की संख्या सीमित रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से अध्यधिक कोरोना संक्रमण वाले स्थानों में लॉकडाउन संबंधी ऑब्जेटिव क्रायटेरिया निर्धारित करने का भी अनुरोध किया।
राज्य में कोरोना जांच के लिए वर्तमान में 7 आरटी-पीसीआर लैबोरेटरी
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को प्रदेश में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति, यहां मरीजों के उपचार और आवश्यक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन के संबंध में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वृहद पैमाने पर वैक्सीनेशन किया जा रहा है।
प्रदेश में पांच संभाग है। जिसमें दो ट्रायबल और तीन सामान्य एवं मैदानी इलाके वाले हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना जांच के लिए वर्तमान में 7 आरटी-पीसीआर लैबोरेटरी है। इसके अलावा 4 लैबोरेटरी की स्थापना का कार्य अंतिम चरण में है। राज्य में 5 अन्य लैब को भी कोरोना जांच के लिए चिन्हांकित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव लोगों के सम्पर्क में आए लोगों की भी ट्रेसिंग की जा रही है। कोरोना नियंत्रण के लिए लोगों से बचाव के उपायों का पालन करने और सावधानी बरतने की लगातार अपील भी की जा रही है। लोगों से कोरोना का लक्षण दिखते ही त्वरित टेस्टिंग कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, स्वास्थ्य सचिव श्रीमती सहला निगार मौजूद थीं।