-सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक के बाद एक चार पोस्ट किए
नई दिल्ली। emergency: भारत के इतिहास का एक काला दिन। इस दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लिए गए एक फैसले की कीमत कई निर्दोष भारतीयों को चुकानी पड़ी। 1975 में आज ही के दिन देश में आपातकाल की घोषणा की गई थी। 25 जून 1975 को लागू हुआ आपातकाल 21 मार्च 1977 तक यानी 21 महीने तक चला। आज इस आपातकाल को 49 साल पूरे हो गए हैं।
हालांकि इतिहास का वह काला अध्याय आज भी लोगों के जेहन में जिंदा है। इसी पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (जून 25, 2024) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक के बाद एक चार पोस्ट कर कांग्रेस और राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला है।
कांग्रेस ने मौलिक स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया था
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, आज उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया। कैसे कांग्रेस ने हमारी मौलिक स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया, जिसका हर भारतीय सम्मान करता है जो हमें काला दिवस आपातकाल (emergency) की याद दिलाता है। आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया।
कांग्रेस ने देश को जेल बना दिया था
अपने दूसरे पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने सत्ता में बने रहने के लिए लोकतांत्रिक सिद्धांतों को कैद कर लिया। जिसने भी कांग्रेस का विरोध किया, उसे प्रताडि़त किया गया। सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाने के लिए नीतियां बनाई गईं।
सत्ता पर टिके रहने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने हर लोकतांत्रिक सिद्धांत की अवहेलना की और देश को जेल बना दिया। जो भी व्यक्ति कांग्रेस (emergency) से असहमत होता था उसे प्रताडि़त और प्रताडि़त किया जाता था। सबसे कमजोर वर्गों को निशाना बनाने के लिए सामाजिक रूप से प्रतिगामी नीतियां लागू की गईं।
मीडिया की आज़ादी पर हमला
तीसरे पोस्ट में मोदी ने कहा जिन लोगों ने आपातकाल लगाया उन्हें हमारे संविधान के प्रति अपना प्यार व्यक्त करने का कोई अधिकार नहीं है। ये वही लोग हैं, जिन्होंने अनगिनत बार अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल किया। मीडिया की आजादी को खत्म करने के लिए यह बिल लाया गया है। संघवाद को नष्ट कर दिया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया।
कांग्रेस संविधान के प्रति अवमानना छिपाती है
पीएम मोदी अपने चौथे पोस्ट में कहते हैं, पार्टी में आपातकाल लगाने वाली मानसिकता अभी भी जिंदा है। इतना ही नहीं वे अपने प्रतीकवाद के माध्यम से संविधान या संविधान के प्रति अपनी अरुचि को छिपाते हैं। हालाँकि भारतीय लोगों ने उनका व्यवहार देखा है और इसीलिए उन्होंने उन्हें बार-बार खारिज किया है।