वनांचल क्षेत्रों में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा
50 से 55 हाथियों का झुंड कर रहा विचरण
कोरबा। Vananchal of Korba कोरबा के वनांचल क्षेत्रों में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा। कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में एक बार फिर से हाथियों की वापसी हो गई है, जिससे ग्रामीणों के साथ ही वन विभाग के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। सिर्री पंचायत से सटे जंगल में पिछले दो दिनों से जंगली हाथियों के दल ने डेरा डाल रखा है और जमकर उत्पात मचा रहा है। हाथियों ने जहां पांच मवेशियों को मौत के घाट उतार दिया। वहीं किसानों की धान की फसल और बाडिय़ों में लगी सब्जियों को भी रौंद दिया।
लोगों का जीना दुश्वार हो गया
जंगली हाथियों के कारण कोरबा के वनांचल क्षेत्र में रहने वाले लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। हाथियों की आमदगी के कारण ग्रामीण दहशत के साए में जीने को मजबूर है। एक महीने के बाद कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में हाथियों की वापसी ने वन विभाग के साथ ही ग्रामीणों को सकते में डाल दिया है। सिर्री पंचायत से सटे जंगल में पिछले दो दिनों से हाथियों का दल डेरा डाल रखा है। बीती रात हाथियों ने गांव में जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने बहारपारा निवासी गोविंद सिंह के पांच मवेशियों का मार दिया। इतना ही नहीं खेतों में लगी धान की फसल को चौपट करने के साथ ही बाड़ी में लगी सब्जियों को भी नुकसान पहुंचाया है। हाथियों के उत्पात में किसानों को काफी नुकसान हुआ है।
बता दें,कि इस इलाके में करीब 55 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। जिससे ग्रामीण काफी दहशत में है,लेकिन वन विभाग हाथियों को खदेडऩे को लेकर किसी करत का ध्यान नहीं दे रहा।
हाथी प्रभावित गांवों में मुनादी
वहीं वन विभाग को भी इस घटना की जानकारी दी गई जहां हाथियों पर नजर रखी हुई है और ग्रामीणों को हाथियों के पास जाने से मना कर रहे हैं वहीं आसपास हाथी प्रभावित गांवों में मुनादी कराई जा रही है। इसके अलावा किसानों के जो फसल,मकान नुकसान हुए है और मवेशी की मौत हुई है उसका प्रकरण बनाकर आगे की कार्यवाही करने में जुटी हुई है।