रायपुर/नवप्रदेश। विद्युत वितरण विभाग की मनमानी से इन दिनों जिले के अधिकांश उपभोक्ता खासे परेशान हैं। उपभोक्ताओं को अनाप शनाप बिजली बिल भेजा रहा रहा है। सुधार के लिए उपभोक्ता बिजली ऑफि स के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
उपभोक्ताओं को ऑफि स पहुंचने पर जिम्मेदार अधिकारी के नहीं मिलने से खासी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां लोगों का काम होना तो दूर कोई उनका दुखड़ा सुनने वाला तक नहीं मिल रहा। बिजली उपभोक्ताओं की ये समस्या राजधानी रायपुर के रावणभाटा जोन में सबसे अधिक है।
बिजली विभाग ग्राहकों को अनाप-शनाप रीडिंग दिखाकर बिल भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है, जो उपभोक्ताओं के समझ से परे है। बिजली बिल को देखकर उपभोक्ताओं का माथा ठनका हुआ है।
विभाग के कई दावे के बावजूद व्यवस्था में सुधार नजर नहीं आ रहा है। बिजली का बिल में लगातार गलत रीडिंग बिजली बिल ज्यादा की शिकायत लेकर उपभोक्ता बिजली ऑफिस पहुंच रहें, लेकिन उनकी समस्या सुनने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिल रहा है।
बाबूओं के भरोसे चल रहा दफ्तर : बिजली कार्यालय से अक्सर ईई, एई व जेई नदारद रहते हैं और दफ्तर केवल बाबूओं के भरोसे चल रहा। उपभोक्ता अपनी समस्या लेकर पहुंचते हैं तो बाबू शिकायत सुनने के बाद जवाब देते हैं कि इस कमरे में चले जाइए। वहां जाने के बाद पता चलता है कि वहां तो अफसर ही नदारद हैं। लिहाजा उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान करने के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहे हैं।
रीडिंग देखकर उपभोक्ता के उड़े होश : राजधानी रायपुर के रावणभाटा जोन के अंतर्गत संतोषी नगर कृष्णा नगर के उपभोक्ता भूपेश कुमार सिन्हा के घर अगस्त का बिजली बिल आया तो उसे देखते ही उनके होश उड़ गए। दरअसल, मीटर रीडिंग करने वाली रीडर की लापरवाही के कारण उनके 2 हजार से अधिक का बिल थमा दिया गया।
जबकि कभी इतना भारी भरकम बिल आया ही नहीं। जब उन्होंने अपना मीटर चेक किया तो पता चला कि रीडर ने 400 यूनिट अधिक खपत दिखाकर बिल थमा दिया। वे सुधरवाने बिजली ऑफिस पहुंचे, लेकिन तीन दिनों तक चक्कर लगाने के बाद भी बिजली बिल में सुधार नहीं हुआ है।
मीटर रीडिंग में लापरवाही, अफसर बेपरवाह : बिजली बिल में गड़बड़ी का मुख्य कारण हर महीने रेग्युलर मीटर रीडिंग नहीं होना है। मीटर रीडरों की मनमानी के कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है। विभागीय मानीटरिंग के अभाव में मीटर रीडरों की मनमानी जारी है।
इसका खामियाजा सामान्य बिजली उपभोक्ता को भुगतना पड़ रहा है। बेपरवाह अफसरों की वजह से उपभोक्ता दफ्तर का बार-बार चक्कर लगाने को मजबूर है। इस संबंध में रावणभाटा जोन के एई बंसत कुमार पवार के मोबाइल नंबर पर ९१७१८७७२०५ पर संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई रिस्पांस नहीं दिया।