डंगनिया कार्यालय में कम्पनी प्रबंधन को सौंपा मांग पत्र
रायपुर/नवप्रदेश। Servicemen Protest : छत्तीसगढ़ संविदा विद्युत कर्मचारी संघ ने मंगलवार को मुख्यालय का घेराव कर सरकार को चेतावनी दी। कर्मचारी संघ ने नियमितीकरण एवं विद्युत दुर्घटनाओं में शहीद हुए संविदाकर्मियों सहित दुर्घटनाग्रस्त कर्मियों के लिए न्याय की मांग को लेकर कंपनी प्रबंधन के प्रतिनिधि मंडल ने डंगनिया के मुख्यालय में मांग पत्र सौंपा। इस दौरान प्रदेशभर के क्षेत्रों से करीब 2500 विद्युत संविदा कर्मचारी शामिल हुए।
कम्पनी प्रबंधन ने दिया आश्वाशन
कम्पनी प्रबंधन की ओर से संघ के मांगों को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर मीटिंग (Servicemen Protest) में ले जाकर संविदा कर्मियों के पक्ष में निर्णय लिए जाने का मौखिक आश्वाशन दिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि पूर्व में भी कंपनी प्रबंधन द्वारा इसी प्रकार का आश्वाशन दिया गया था, लेकिन नियमितीकरण की प्रक्रिया आज तक आरम्भ नहीं किया गया है।
इसलिए नाराज है विद्युतकर्मी
बिजली कर्मियों के प्रत्येक माह सेवानिवृत होने से अधिकारी- कर्मचारियों की कमी होते जा रही है। इससे कामकाज प्रभावित होने के साथ ही वर्तमान कर्मियों पर भी काम का बोझ बढ़ गया है। कंपनी ने संविदा के तौर पर कर्मचारियों को रख कर कई काम करा रही है। बावजूद स्वीकृत पद के अनुरूप मेन पावर नहीं है।
इस समस्या से निपटने पिछले दिनों लगभग 2500 कर्मियों की नई भर्ती करने का निर्णय लिया गया। इसमें जूनियर इंजीनियर, लाइन परिचारक (प्रशिक्षु), डाटा एंट्री आपरेटर समेत अन्य पद शामिल हैं। नई भर्ती के पहले प्रबंधन ने संविदा पदस्थ कर्मियों को नियमित करने पर विचार नहीं किया, इससे संविदा कर्मियों को अपना भविष्य अंधकारमय दिखाई देने लगा है।
पूर्व में कई बार किया पत्राचार
संविदा कर्मियों (Servicemen Protest) ने कहा कि कई बार पत्राचार करने के बाद भी प्रबंधन की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हो सकी। इससे संविदा कर्मियों में नाराजगी बढ़ गई है। उनका कहना है कि कंपनी उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। नियम के अनुरूप नई भर्ती करने से पहले उन्हें नियमित किया जाना चाहिए, उसके बाद शेष पदों पर नई भर्ती की जानी चाहिए।
कंपनी इसकी अनदेखी कर सीधी भर्ती करने की तैयारी कर रही है। इससे प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। अपने भविष्य को लेकर चिंतित संविदा कर्मियों ने प्रबंधन के समक्ष पत्राचार भी किया, लेकिन प्रबंधन ने चर्चा करने के बाद आगे निर्णय लिया। इससे संविदा कर्मियों ने अब आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। प्रबंधन को पत्र लिख कर कहा है कि जल्द ही उनकी मांग पूरी नहीं की जाती है तो क्षेत्रीय स्तर पर चरणबद्ध आंदोलन करते हुए कंपनी मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन व घेराव किया जाएगा।
कल करेंगे मुख्यमंत्री निवास का घेराव
कम्पनी प्रबंधन के इस उदासीन (Servicemen Protest) रवैये को देखते हुए संविदा कर्मियों ने कहा कि 11 अगस्त के पहले उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास समक्ष धरना प्रदर्शन के साथ ही अनिश्चितकालीन घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी मांग पूरी नही की जाती है तो संविदा कर्मी उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होने आंदोलन का पत्र विद्युत कंपनी के साथ ही मुख्यमंत्री को भी सौंपा है। कर्मियों का कहना है कि प्रबंधन उनकी समस्या को गंभीरता से निराकरण करने पहल करे।