रायपुर/नवप्रदेश। ED Threat : पत्रकार विजय बुधिया को प्रवर्तन विभाग (ED) के कुछ अफसरों द्वारा धमकाने का मामला सामने आया है। जिसके बाद उन्होंने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से इसकी शिकायत की। इस दौरान उनके साथ पत्रकार साथियों का एक प्रतिनिधि मंडल भी गया था,जिसमे प्रेस क्लब अध्यक्ष दामू आंबेडारे, पूर्व अध्यक्ष अनिल पुसदकर, पूर्व महासचिव संदीप पौराणिक, प्रत्यूष शर्मा आदि शामिल थे।
पत्रकार विजय बुधिया कही अनकही अखबार के प्रधान संपादक हैं। उन्हें प्रवर्तन विभाग (ED) के कुछ अफसरों के द्वारा सम्बंधित गवाही से इतर दूसरे मामलों में पूछताछ कर दबाव डाला गया और घर नहीं पहुँचने की धमकी भी दी गई। यही नहीं सरकार को गिराने तक की बात की गई। इन्ही तथ्यों को लेकर प्रधान संपादक विजय बुधिया DGP अशोक जुनेजा के पास ईडी की शिकायत करने प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंचे थे। विजय बुधिया ने DGP से अपनी सुरक्षा की मांग की है।
दरअसल, ईडी को अशोक चतुर्वेदी के संबंधित प्रकरण के संबंध में प्रधान सम्पादक विजय बुधिया से पूछताछ करनी थी। इस संबंध में ईडी ने विजय बुधिया को एक समन (ED Threat) जारी कर गवाही देने दिल्ली दफ्तर बुलाया था। विजय बुधिया अपने ही खर्च पर दिल्ली गए और ईडी के दफ्तर पहुंचे। इस दौरान ईडी के अफसर पंकज कुमार सहीत अन्य अफसरों ने विजय बुधिया से अशोक चतुर्वेदी से संबंधित पूछताछ न करते हुए उन पर अनिल टुटेजा व सरकार के अन्य करीबी अफसरों का नाम लेने के लिए दबाव डाला गया। विजय बुधिया ने ईडी को स्वयं के जिम्मेदार नागरिक होने के साथ ही पत्रकार होने की जानकारी भी दी लेकिन उन्हें घर नहीं पहुंचने की धमकी तक दी गई और उसी दफ्तर के एक अधिकारी ने उनसे यहां तक कहा कि सरकार तो आप की जाएगी ही, अभी भी मौका है पलट जाओ और हमारे हिसाब से गवाही दे दो।
विजय बुधिया ने डीजीपी को बताया कि वे 60 वर्षीय बुजुर्ग हैं और डायबिटीज से पीड़ित हैं। इसके बावजूद उन्हें घंटों तक दिल्ली में ईडी दफ्तर में बिठाए रखा गया और लगातार दबाव बनाते हुए धमकी दी जाती रही। वे बड़े ही मुश्किल से ईडी दफ्तर से निकलने में कामयाब रहे। विजय बुधिया ने DGP अशोक जुनेजा को दिल्ली में ईडी दफ्तर में घटित सारी बातें विस्तार से बताया। साथ ही उन्हें सुरक्षा प्रदान (ED Threat) किये जाने की मांग की।