ED Takes Big Action : पूर्व IAS अनिल और बेटा यश टूटेजा दूसरी बार गिरफ्तार, बेटे को छोड़ा, अनिल की मिली रिमांड
रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को ईडी ने कोर्ट में किया पेश, एक दिन की मिली रिमांड
रायपुर/नवप्रदेश। ED Takes Big Action : ईडी द्वारा रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को गिरफ्तार करने के बाद रविवार को ईडी ने कोर्ट में पेश किया है। जिसके बाद अभियोजन और बचाव पक्ष के बीच ईडी की नई ईसीआईआर को लेकर जमकर बहस हुई। जहां बचाव पक्ष ने अनिल टुटेजा से हर घंटे अधिवक्ता को मिलने की अनुमति देने की मांग भी की है। इस मामले में कोर्ट ने रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा को एक दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया है।
ED ने पूर्व IAS अनिल और बेटा यश टूटेजा दूसरी बार गिरफ्तार किया है। कोर्ट में पेश करने से पहले ED ने बेटे यश टुटेजा को को छोड़ दिया था। शराब घोटाला केस में आखिरकार ईडी ने रिटायर्ड IAS अनिल टूटेजा इंन्फोर्समेंट केस इंफार्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) रजिस्टर्ड होने के बाद गिरफ्तार कर ली है।
खबर के मुताबिक कस्टडी में लेने के बाद ईडी ने पूर्व आईएएस की गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी करने के बाद रविवार के दोपहर ईडी की विशेष अदालत में पेश किया है। रिमांड को लेकर सुनवाई चल रही है। बता दें
शनिवार को एसीबी-ईओडब्ल्यू की ओर से समंस जारी होने के बाद अनिल टूटेजा अपने बेटे यश टूटेजा के साथ कार्यालय पहुंचे थे। पिता-पुत्र से एसीबी ने करीब पांच घंटे पूछताछ की। जैसे ही पिता-पुत्र से पूछताछ पूरी हुई और दोनों एसीबी की कस्टडी से बाहर निकले, ईडी की एक स्पेशल टीम ने वापस उन्हें हिरासत में ले लिया। दोनों को पुजारी पार्क स्थित प्रवर्तन निदेशालय के मुख्यालय ले जाने क ेबाद अनिल टूटेजा को गिरफ्तार करने फैसला किया। बेटे यश टूटेजा को कस्टडी से बाहर कर छोड़ दिया गया।
बता दें शराब घोटाला मामले में नए सिरे से एफआईआर दर्ज होने के बाद ईडी पूरी तरह से एक्शन मोड में है। अनिल टूटेजा से बयान लेने के बाद 2 बड़े शराब कारोबारियों और डिस्टलर्स से भी पूछताछ हुई है। सुबह गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी करने के बाद रविवार की शाम तक ईडी की विशेष अदालत में रिटायर्ड आईएएस टूटेजा को कोर्ट में पेश करने की बात कही जा रही है। ईडी की ओर से फिलहाल अधिकृत पुष्टि करना बाकी है।
करीबी सूत्र के मुताबिक ईडी सुबह अनिल टूटेजा की गिरफ्तारी बताकर न्यायलयीन प्रक्रिया की तैयारी शुरू की। अनिल टुटेजा को आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया गया है। ईडी ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब में 16 पन्नों पर ईडी ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्योरा भी दिया है। ईडी का दावा हैै कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे।