रायपुर, नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ में चल रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दौरान बड़ी कार्रवाई हुई है। ईडी ने कोयला लेवी मामले में (मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत कांग्रेस के दो विधायकों, एक आईएएस अफ सर और एक कारोबारी समेत अन्य लोगों की संपत्ति सीज की (ED Raids In Chhattisgarh) है।
करीब एक साल से ईडी कोयला लेवी मामले में जांच कर रही है। इसके तहत प्रदेश के अलग-अलग आईएएस अफ सरों और राज्य शासन के अधिकारियों पर छापा मारा जा चुका है। कोल व्यापारी और आईएएस अफ सर की गिरफ्तारियां भी हुई हैं।
मंगलवार को आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि छत्तीसगढ़ के आईएएस अफ सर, कोल कारोबारी और कुछ कांग्रेसी विधायकों की संपत्ति सीज की गई (ED Raids In Chhattisgarh) है।
ईडी की तरफ से ट्विटर पर लिखा गया कि प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को सीज किया गया है। जिनमें लग्जरी गाडिय़ां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है।
यह बरामदगी आईएएस रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, भिलाई के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, बिलाईगढ़ विधायक चंद्र देव राय के पास से की गई है। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी (ED Raids In Chhattisgarh) है।
आज फिर कई जगहों पर की छापेमारी : वहीं ईडी की टीम ने आज एक बार फि र से छापेमार कार्रवाई की है। जिनके ठिकानों पर ईडी ने दबिश देने की खबर है, उनमें रवि बजाज, सुमित मालू और भिलाई के रहने वाले अरविंद सिंह शामिल हैं। इन सभी के ठिकानों पर ईडी की टीम सर्चिंग कर रही है।
प्रदेश में ईडी ने 2000 करोड़ रुपए के आसपास शराब घोटाले का दावा किया है। इस मामले में रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर ईडी की हिरासत में है और बार-बार महापौर एजाज ढेबर को भी पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में बुलाया जा रहा है। अब हुई छापेमारी के तार इसी कार्रवाई और घोटाले से जुड़े हैं।