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पूर्व DMK नेता पर ED की छापेमारी, आलीशान बंगला, महंगी कार समेत 55 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त

ED raids former DMK leader, seizes assets worth Rs 55 crore including luxurious bungalow, expensive car

ED raid on former DMK leader Jaffer Sadiq

-रिश्तेदारों के साथ कई फर्मों, संगठनों, कंपनियों में थे भागीदार

नई दिल्ली। ED raid on former DMK leader Jaffer Sadiq: डीएमके के पूर्व नेता के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच एजेंसी ने उनका आलीशान बंगला, होटल, महंगी कार समेत 55 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने डीएमके के पूर्व पदाधिकारी जफर सादिक और उनके सहयोगियों की संपत्ति जब्त कर ली है। जब्त संपत्ति में रेजीडेंसी होटल, लग्जरी बंगला, जगुआर, मर्सिडीज जैसी 7 महंगी कारें शामिल हैं। ईडी का आरोप है कि ये संपत्ति अवैध तरीके से जुटाई गई थी।

ईडी ने सादिक (ED raid on former DMK leader Jaffer Sadiq) और उसके साथियों की 55.30 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। यह कार्रवाई एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट में स्यूडोएफेड्रिन, केटामाइन की तस्करी की जांच के बाद की गई है। ईडी ने एनसीबी सीमा शुल्क विभाग की जांच के आधार पर तमिलनाडु में 15 स्थानों पर छापेमारी की। सामने आया कि इस संपत्ति का मालिक जाफर सादिक है। ईडी की जांच में पाया गया कि जाफर सादिक अपने भाई मोहम्मद सलीम और अन्य के साथ स्यूडोएफेड्रिन और अन्य नशीले पदार्थों के निर्यात और तस्करी में शामिल थे।

ईडी के मुताबिक ये दोनों भाई अन्य सहयोगियों और रिश्तेदारों के साथ कई फर्मों, संगठनों, कंपनियों में भागीदार थे। इसका उपयोग अपराध (ED raid on former DMK leader Jaffer Sadiq) की आय का उपयोग करने के लिए किया जाता था। इस पूरे सिस्टम का इस्तेमाल अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त धन को प्रचलन में लाने के लिए किया गया था। इसके लिए जफर सादिक को 26 जून 2024 को ईडी ने गिरफ्तार किया था। फिर 12 अगस्त को उनके भाई मोहम्मद सलीम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।

तस्करी से कमाई गई काली कमाई का इस्तेमाल कहां किया गया?

ईडी की जांच में पता चला कि जफर सादिक (ED raid on former DMK leader Jaffer Sadiq) और उसके साथियों ने नशीली दवाओं के कारोबार से अवैध रूप से कमाए गए काले धन को रियल एस्टेट, फिल्म निर्माण, आतिथ्य और लॉजिस्टिक्स सहित कई व्यवसायों में निवेश किया था। बैंक खातों के जरिए एक नेटवर्क तैयार किया गया और इस पैसे का इस्तेमाल किया गया। सादिक और उसके परिवार के खातों में भी पैसे ट्रांसफर किए गए थे। जांच में पता चला कि पैसा अवैध तरीके से जमा किया गया था।

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