अंबिकापुर/नवप्रदेश। Earthquake in CG : उत्तरी छत्तीसगढ़ में गुरूवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4.6 मेग्नीट्यूट मापी गई है। भूकंप का केंद्र बैकुंठपुर के पास सोनहत क्षेत्र में धरातल से 16 किलोमीटर की गहराई में था।
आपको बताते चले कि, यहां 11 जुलाई को भी 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। यहां तीन वर्ष पूर्व भी 4.7 मेग्नीट्यूट का भूकंप आया था। भूकंप के झटके कोरिया जिले के साथ सूरजपुर एवं बलरामपुर जिले के कुछ इलाकों में भी महसूस किए गए। चूंकि भूकंप का अंतराल कुछ ही सेकेंड का था इसलिए इससे कोई नुकसान नहीं हुआ है।
भूकंप का केंद्र कोरिया जिला मुख्यालय से 23 किलोमीटर था दूर
उत्तरी छत्तीसगढ़ में बीती (Earthquake in CG) रात 00.56 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से करीब 23 किलोमीटर दूर उत्तर पश्चिम क्षेत्र सोनहत में था। भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4.6 मापी गई है। भूकंप के झटके सोनहत एवं रामगढ़ के इलाकों में महसूस किए गए। वहीं जिला मुख्यालय बैकुंठपुर सहित सूरजपुर एवं बलरामपुर जिले के लोगों को भूकंप का हल्का झटका महसूस हुआ। हालांकि भूकंप का अंतराल इतना कम था कि लोगों को इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। भूकंप से कहीं भी कोई नुकसान की खबर नहीं है। अधिकांश लोगों को इसका एहसास भी नहीं हुआ।
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने कहा कि यह भूकंप का झटका कुछ अंतराल के लिए था। इसका इसर सरगुजा एवं आसपास के क्षेत्रों में नहीं हुआ। 11 जुलाई को सुबह 8 बज कर 10 मिनट पर भी इसी इलाके में 4.3 रिक्टर तीव्रता वाला भूकम्पीय झटका महसूस किया गया था। आज उत्पन्न भूकम्पीय तरंग का एपीसेन्टर भूसतह से लगभग 16 किमी जमीन के भीतर था।
उत्तरी छत्तीसगढ़ में भूकंप के कई केंद्र
उत्तरी छत्तीसगढ़ का सरगुजा, कोरिया जिला भूकंप की दृष्टि से फाल्ट जोन माना जाता है। 10 अक्टूबर 2000 को कोरबा-सरगुजा के बीच सुरता में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया था। इसका व्यापक असर हुआ था। वहीं वर्ष 2001 में अंबिकापुर क्षेत्र के गोरता में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
फाल्ट जोन में है क्षेत्र
कोरिया जिले (Earthquake in CG) का सोनहत क्षेत्र फाल्ट जोन में है। करीब तीन वर्ष पूर्व 01 सितंबर 2018 को भी यहां 4.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इसका इसर ज्यादा हुआ था। बैकुंठपुर में छतों के पंखे एवं घर में रखे सामान हिल गए थे। फाल्ट जोन में हमेशा भूकंप का खतरा बना रहता है।
CM बघेल ने भूकंप में घायलों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसईसीएल के चरचा कालरी क्षेत्र में कल रात भूकंप की घटना में घायल दो कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। गत रात्रि माइनिंग क्षेत्र का निरीक्षण कर रहे दो कर्मचारी भूकम्प के कम्पन महसूस होने पर भागने के क्रम में घायल हो गए। जिनका उपचार बिलासपुर जिले के अपोलो अस्पताल में कराया जा रहा है, अभी उनकी स्थिति पहले से बेहतर है।