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Dust Pollution Health Impact : धूल भरे गुबार से बिगड़ रही सेहत…ऑक्सीजन लेवल कर रहा कम! योग-प्राणायाम बना सकता है ‘नेचुरल मास्क’…

नई दिल्ली, 16 मई| Dust Pollution Health Impact : गर्मियों की दस्तक के साथ धूल का कहर दिल्ली-NCR समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में सांसों पर भारी पड़ने लगा है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। तेज हवा के साथ उड़ती धूल विजिबिलिटी को शून्य पर लाकर खड़ा कर रही है और लोगों की सेहत पर दोहरी मार पड़ रही है—हीटवेव और प्रदूषण का डबल अटैक।

प्रदूषण से कैसे बिगड़ रही सेह?

मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिन और धूल भरी आंधियों से राहत नहीं मिलने वाली। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि हाइपोक्सिमिया जैसी स्थिति पैदा हो रही है, जिसमें शरीर में ऑक्सीजन का स्तर खतरनाक रूप से गिर सकता (Dust Pollution Health Impact)है। इसके लक्षण हैं:

लगातार सिरदर्द

सांस लेने में तकलीफ

खांसी और छींकें

हाई ब्लड प्रेशर

तेज धड़कन

विशेष चेतावनी उन लोगों के लिए है जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या सांस संबंधी बीमारी से पहले से जूझ रहे हैं।

योगप्राणायाम: प्राकृतिक समाधान

जब हवा में ही दम न बचे, तो सांसों को दुरुस्त रखने का उपाय भी नेचुरल होना (Dust Pollution Health Impact)चाहिए। ऐसे में योग और प्राणायाम एक प्रभावी नेचुरल मास्क का काम कर सकते हैं।

योग-प्राणायाम के फायदे:

फेफड़ों की क्षमता बढ़ाते हैं

ऑक्सीजन लेवल को स्थिर रखते हैं

ब्लड प्रेशर कंट्रोल में लाते हैं

मेंटल स्ट्रेस और एंग्जायटी से राहत

गट हेल्थ और वेट लॉस में मददगार

हीटवेव अलर्ट के साथ क्या रखें ध्यान?

बाहर निकलने से पहले N95 मास्क पहनें

आंखों को चश्मे से ढकें

दिन में दो बार गुनगुने पानी से नाक की सफाई करें

सुबह-सुबह अनुलोम-विलोम और कपालभाति का अभ्यास (Dust Pollution Health Impact)करें

ज्यादा प्यास लगने से पहले ही पानी पीना शुरू करें

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