- मर्रा में राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव, विद्यार्थी जीवन के सुनाए अनेक संस्मरण
- मर्रा में मिनी स्टेडियम, 5 अतिरिक्त कमरे, यात्री प्रतीक्षालय, स्कूल में बालक, बालिका शौचालय, नल-जल योजना की पाईप लाईन बढ़ाने की घोषणा
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विभिन्न एप्प का लोकार्पण
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार के अधिकतम अवसरों का निर्माण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अभाव में छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के योग्य बने इसके लिए राज्य में वातावरण निर्माण को सख्त जरूरत है।
वे आज दुर्ग जिले के विकासखण्ड पाटन में ग्राम मर्रा के हायर सेकेण्डरी स्कूल प्रांगण में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले मंे शिक्षा का स्तर हमेशा से ऊंचा रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र मंे नवाचार और आधुनिक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विभिन्न एप्प निर्माण के लिए प्रमुख सचिव शिक्षा श्री गौरव द्धिवेदी और उनकी राज्य स्तरीय टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने शिक्षा विभाग द्वारा राज्य के सभी हायर सेकेण्डरी, हाईस्कूलों में डिजीटलाइजेशन के लक्ष्य को हासिल करने अपनी शुभकामनाएं दी। किसानों की ऋण माफी योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि सहकारी बैकों की ऋण माफी के बाद अब राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जदार किसानों की ऋण माफी की कार्रवाई शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीयकृत बैंकों को किसानों की ऋण माफी के लिए राशि जमा करा दी गई है।
उन्होंने कहा कि धान का समर्थन मूल्य 2500 रूपये प्रति क्विंटल होने के कारण अब ‘रेगहा’ की प्रथा समाप्त हो रही है और किसान अपनी जमीन पर स्वयं खेती कर लाभ अर्जित करना चाहते है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ मंे धान के विपुल उत्पादन के मद्देनजर अब यहां इथेनाल उत्पादन इकाई स्थापित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को रोजगार के अवसर बढ़ाने, गौ माता की सेवा, भूमिगत जल स्तर बढ़ाने नालों से रिचार्जिंग के लिए महत्वाकांक्षी, नरवा, गरूवा, घुरवा और बाडी योजना की महत्ता की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी तीन साल के भीतर सभी गांवो में गोठान निर्माण, छायादार वृक्षों का रोपण, वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने, गोबर गैस प्लांट लगाने, पशु नस्ल सुधार अभियान के तौर पर कार्य पूर्ण कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने इस लिहाज से छत्तीसगढ़ को एक मॉडल स्टेट बनाने सभी वर्ग के लोगों से सहभागिता की अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री श्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शाला प्रवेश उत्सव में नवप्रवेशी बच्चों को अपनी बधाई दी। उन्होंने शिक्षा में नवाचार, लर्निंग एप्प के लोकार्पण, निखार कार्यक्रम आदि की जानकारी देते हुए कहा कि इससे अब शासकीय स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चे अपने को गौरवान्वित महसूस करेंगे। उन्होंने ग्राम मर्रा के हाई और हायर सेकेण्डरी स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या के अनुरूप 5 अतिरिक्त कमरों का निर्माण और आवश्यकतानुसार फर्नीचर प्रदाय करने की घोषणा की। उन्होंने स्कूल में लायब्रेरी के लिए 15 हजार रूपए देने, 2-2 बालक और बालिका शौचालय, निःशक्त छात्रों के लिए एवं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए यूको क्लब की घोषणा की। उन्होंने माध्यमिक तथा हाई और हायर सेेकेंडरी स्कूलों के बच्चों को एक-एक फलदार वृक्ष लगाने और उनके संरक्षण, संवर्धन का आव्हान किया। इसके लिए अंकों का प्रावधान रखने की बात कही।
समारोह को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रूद्र गुरू ने भी संबोधित किया। प्रमुख सचिव शिक्षा श्री गौरव द्विवेदी ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार के लिए विभिन्न एप्प की जानकारी दी और प्रतिस्पर्धी शिक्षा के लिए उनका महत्व बताया। उन्होंने शिक्षा में गुणवत्ता के लिए विभागीय कार्यक्रमों से उपस्थितों को अवगत कराया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा आईसीटी यू-ट्यूब से रूचिकर पढ़ाई के लिए दीक्षा कक्षा 1 से 10वीं टेक्स्ट बुक विभिन्न भाषाओं में लर्निंग सेट हर चेप्टर में प्रश्न, सीजी, एमएमपीटी, क्रिकेट एप्प तथा संपूर्ण शिक्षा प्रबंधन प्रणाली एप्प नवाचारी शिक्षा व्यवस्था का शुभारंभ किया गया।
मुख्यमंत्री द्वारा दुर्ग जिले में प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के लिए ‘नींव’ कार्यक्रम की भी शुरूआत की। श्री बघेल ने ‘हुनर से शिक्षर तक’ पुस्तक का विमोचन भी किया। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर श्री अनिल कुंबले ने छत्तीसगढ़ में टेन्विक संस्था को विभिन्न खेलों में स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण देने अवसर के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार जताया।
तिलक लगाकर कराया गया शाला प्रवेश –
राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में ग्राम मर्रा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाया और उन्हें मिठाई खिलाकर तथा पाठ्य पुस्तक प्रदान कर शाला प्रवेश कराया।
मुख्यमंत्री ने जिन बच्चों को शाला प्रवेशोत्सव कराया। उनमें कक्षा पहली में कु. पायल, कु. शीतल, राघवेन्द्र, कक्षा 6वीं में दीवान सुकुमार, कु. दीप्ति वर्मा, प्रीति धीवर, कक्षा 9वीं कु. सोनम देवांगन, कु. चेतना यदु शामिल है।
मुख्यमंत्री ने किया अपने गुरूजनों का सम्मान-
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की प्रारंभिक शिक्षा ग्राम मर्रा की इसी शाला में हुई। उन्होंने अपने गुरूजनों श्री हीरासिंह ठाकुर, श्री चैतूराम कटियार को शॉल और श्रीफल भेंट किया और उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर विधायक बेमेतरा श्री आशीष छाबड़ा, लोक शिक्षण संचालक श्री एस. प्रकाश, दुर्ग संभाग के कमिश्नर श्री दिलीप वासनीकर, आईजी श्री हिमांशु गुप्ता, कलेक्टर श्री अंकित आनंद, जामुल नगर पंचायत अध्यक्ष सरोजनी चंद्राकर, शिक्षक, पालकगण तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।