हरियाणा/नवप्रदेश। DSP Murder Breaking : हरियाणा के नूंह में मंगलवार को खनन माफिया द्वारा डीएसपी सुरेंद्र सिंह पर ट्रक चढ़ाकर मार डालने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि झारखंड के रांची में पशु तस्करों ने बुधवार को तड़के कोई ढाई-तीन बजे सब इंस्पेक्टर संध्या टोपनो को पिकअप वैन से कुचलकर मार डाला। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। झारखंड की घटना के बाद यहां की राजनीति गरमाई हुई है। विपक्ष कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमलावर है। स्पीडी ट्रायल और सीबीआई से जांच की मांग हो रही है।
तस्कर बार-बार दे रहा था चकमा
2018 बैच की दरोगा संध्या रांची (DSP Murder Breaking) के तुपुदाना थाना में तैनात थी। गो तस्करी की सूचना के बाद पशु से लदी गाड़ी को पकड़ने के लिए गई थी। चेकपोस्ट के पास थी। दरअसल सिमडेगा जिला के बसिया थाना क्षेत्र से पशु तस्कर गाड़ी पर पशु लेकर जा रहे थे। बसिया पुलिस ने पीछा किया मगर वे भाग निकले। खूंटी की पुलिस भी इस पशु लदे उस वाहन का पीछा कर रही थी मगर यहां भी वे पुलिस को चकमा देकर भाग निकले।
इनपुट खबर पर संध्या देर रात से डटी थी
उसी इनपुट पर संध्या तुपुदाना के हुलहुंड के पास चेकिंग नाका लगाकर देर रात तैनात थी। संदिग पिकअप वैन को देखकर रुकने का इशारा किया मगर ड्राइवर गाड़ी रोकने के बदले संध्या को कुचलते हुए तेज गति से भाग निकला। बाद में पुलिसकर्मियों ने वाहन का पीछा किया। आगे रिंग रोड पर वाहन पलट गया और पशु तस्कर भाग निकले मगर वाहन चालक पकड़ा गया। पिकअप वैन को जब्त कर लिया गया है। वहीं संध्या को इलाज के लिए रिम्स लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
भाई का आरोप तस्करी मामला है तो पर्याप्त फोर्स भेजना चाहिए
संध्या टोपनो के छोटे भाई अजीत टोपनो ने कहा है कि यदि कोई ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी को कुचल रहा है तो यह केवल हत्या है। जब सूचना मिली थी कि पशुओं की तस्करी की जा रही है तो विभाग को पर्याप्त मात्रा में फोर्स भेजना चाहिए था। दोषी को सजा मिलनी चाहिए।
सीबीआई से जांच की मांग
संध्या के मामा निमेश तिर्की ने मामले की सीबीआई से जांच की मांग की है। कहा कि जब थाना प्रभारी को पता था कि पशु तस्करों को पकड़ना है तो सिर्फ दो आरक्षी के साथ महिला दरोगा को कैसे भेज दिया। संध्या मूलरूप से रांची जिला से सटे खूंटी जिला की रहने वाली थी मगर रांची में अपनी मां के साथ रातू इलाके में रहती थी। पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। तीन भाई बहनों में वह दूसरे नंबर पर थी। जल्द ही उसकी शादी होने वाली थी।
राजनीतिक दलों का सरकार पर हमला
इधर प्रदेश में विपक्षी पार्टी भाजपा इस घटना को लेकर हेमन्त सरकार पर हमलावर है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे राज्य सरकार की विफलता करार दिया है।
रांची के भाजपा सांसद ने ट्वीटकर कहा है कि ”झारखंड में पुलिस वाले अपरधियों के निशाने पर हैं। अपराधियों का मन इतना बढ़ा है कि गाड़ी से कुचलकर महिला दरेगा की हत्या कर दी गई। इससे पूर्व दरोगा रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत हो चुकी है। आखिर राज्य में चल क्या रहा है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है।” सेठ मामले को संसद में भी उठायेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। अपराधी पुलिस वाले की हत्या करने में भी नहीं हिचक रहे। कानून का भय नहीं रह गया है। ट्वीट कर उन्होंने कहा ”झारखंड में अपराधियों की हिम्मत अपने चरम पर है। आज जिस प्रकार गो तस्करों ने राजधानी में महिला दरोगा संध्या टोपनों की गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी उससे तो यही लगता है कि प्रतिबंधों के बावजूद गो तस्करी का बड़ा गिरोह काम कर रही है। जिसके लिए एक पुलिस अधिकारी की हत्या भी कोई बड़ी बात नहीं है।”
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (DSP Murder Breaking) ने कहा कि झारखंड की एक और बेटी हिम्मतवाले अपराधियों का शिकार हो गई। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के संरक्षण में गो तस्करी का धंधा फल-फूल रहा है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है, उसी का नतीजा है संध्या की हत्या।