Drug Trade : पंजाब में जबसे आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है वहां कानून और व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब हो रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को नई दिल्ली के मुख्यमंत्री और अपने आका अरविंद केजरीवाल के साथ गुजरात, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश का चुनावी दौरा करने से फुर्सत नहीं मिल रही है। पंजाब पाकिस्तान की सीमा से लगा एक अतिसंवेदनशील राज्य है जहां नशे का कारोबार भी अपनी चरम सीमा पर है।
खालिस्तानियों ने भी नई सरकार बनने के बाद अपनी गतिविधियां तेज कर दी है जिससे चिंताजनक हालात बन रहे है। लाकप्रीय पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की दिन दहाड़े की गई हत्या ने पंजाब सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थी इसके बावजूद मान सरकार ने उनकी सुरक्षा व्यवस्था हटा ली थी।
एक दिन पहले ही पंजाब सरकार (Drug Trade) ने सिद्धू मूसेवाला सहित लगभग ४०० लोगों की सुरक्षा व्यवस्था हटाई थी। वह भी बगैर किसी समीक्षा के। यही नहीं बल्कि वाहवाही लूटने के लिए पंजाब सरकार ने बाकायदा इन चार सौ लोगों के नाम भी सार्वजनिक कर दिए थे कि उनकी सुरक्षा व्यवस्था हटा दी गई है। यही वजह है कि सुरक्षा हटते ही दुर्घटना घट गई। करोड़ों दिलोंं पर राज करने वाले विख्यात पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को अपनी जान गंवानी पड़ी।
अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों की पार्टियों ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोल दिया है, जिसका मान सरकार जवाब नहीं दे पा रही है। पंजाब में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाएं रखना और जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा प्रदान करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और वह अपनी इस जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। नई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हमेशा एक ही बात कहते रहे है कि नई दिल्ली की पुलिस राज्य सरकार के अधीन आ जाए तो वे नई दिल्ली में कानून और व्यव्स्था की स्थिति को दुुरूस्त कर देंगे।
अब पंजाब में (Drug Trade) वहां की पुलिस आम आदमी पार्टी की सरकार के अधीन है लेकिन वहां कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। इसपर पंजाब सरकार को मंथन करना चाहिए और पंजाब जैसे संवेदनशील राज्य में शांति और व्यव्स्था कामय रहे इसके लिए कारगर कमद उठाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो पाए।