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Drowning Incident : कमल का फूल तोड़ने तालाब में उतरे सीएसवीटीयू के डिप्टी रजिस्ट्रार की डूबने से मौत

Drowning Incident

Drowning Incident

सीजी भास्कर, 5 सितंबर। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू), भिलाई के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. भास्कर चंद्राकर (36) की दुर्ग जिले के पतोरा गांव में तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा गुरुवार शाम उस वक्त हुआ जब वे तालाब में खिले कमल का फूल तोड़ने के लिए पानी में उतरे थे। तैराकी का अनुभव होने के बावजूद वे पानी में मौजूद कमल के तनों और जड़ों में उलझ गए और (Drowning Incident) ने उनकी जान ले ली।

घटना के समय डॉ. चंद्राकर सीएसवीटीयू के मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के साथ उतई क्षेत्र में निर्माण कार्य का निरीक्षण करने गए थे। लौटते समय जब वे पतोरा गांव से गुजर रहे थे, तो सड़क किनारे तालाब में खिले कमल के फूल देखकर गाड़ी रुकवाई और पानी में उतर गए। सीएफओ ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें तैरना आता है और वे सुरक्षित लौट आएंगे।

कुछ ही देर में उनका संतुलन बिगड़ गया और वे गहरे पानी में डूबने लगे। शोर सुनकर पास के ग्रामीण युवक मौके पर पहुंचे और उन्हें बाहर निकाला। गंभीर अवस्था में पहले उन्हें पास के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सेक्टर-9 अस्पताल भेजा गया। वहां चिकित्सकों ने डॉ. चंद्राकर को मृत घोषित कर दिया। इस (Drowning Incident) से विश्वविद्यालय के कर्मचारियों और परिजनों में गहरा शोक व्याप्त है।

डॉ. भास्कर चंद्राकर मूल रूप से रायपुर के पचपेड़ी नाका क्षेत्र के निवासी थे। उनकी स्थायी पदस्थापना शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, जगदलपुर में थी, लेकिन पिछले चार वर्षों से वे सीएसवीटीयू भिलाई में प्रतिनियुक्ति पर डिप्टी रजिस्ट्रार के पद पर कार्यरत थे। सीएसवीटीयू के कुलसचिव डॉ. अंकित अरोरा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि डॉ. चंद्राकर का असामयिक निधन न केवल विश्वविद्यालय बल्कि शिक्षा जगत के लिए भी अपूरणीय क्षति है। सहकर्मियों और विद्यार्थियों ने भी शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह (Drowning Incident) लोगों के लिए चेतावनी है कि तालाब और नदी जैसे प्राकृतिक जलस्रोतों में उतारते समय सतर्कता बरतनी चाहिए। तैराकी का अनुभव होने के बावजूद दुर्घटना कभी भी हो सकती है।

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